नई दिल्ली (एजेंसी)। पांच राज्यों में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों के बाद गुरूवार को मतगणना होगी जिसके लिए 50 हजार से अधिक अधिकारियों को तैनात किया है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और पंजाब में सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू होगी। इन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव सात चरणों में 10 फरवरी से सात मार्च के बीच हुए थे। लगभग 1,200 मतगणना हॉल बनाए गए हैं जहां इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से परिणाम दर्ज किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश में विधानसभा की सबसे ज्यादा 403 सीट हैं। यहां सबसे ज्यादा 750 मतगणना हॉल बनाए गए हैं। इसके बाद पंजाब में इनकी संख्या 200 है। प्रक्रिया की निगरानी के लिए पांच राज्यों में 650 से अधिक मतगणना पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं। महामारी को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने मतगणना के दिन के लिए अलग से दिशा-निर्देश जारी किए थे।
ईवीएम विवाद के बीच यूपी में की तगड़ी व्यवस्था
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम की मतगणना से पहले ईवीएम पर काफी सवाल उठ रहे हैं। पुलिस व प्रशासन ने शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने को लेकर नियम बनाए हैं। संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस का कड़ा पहरा रहेगा। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि मतगणना के लिए 250 कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तैनात रहेगा। इसके अलावा 61 कंपनी पीएसी, 625 राजपत्रित पुलिस अधिकारी, 1807 निरीक्षक, 9598 उपनिरीक्षक, 11627 मुख्य आरक्षी और 48649 आरक्षी मुस्तैद रहेंगे।
रिजल्ट आने के बाद विजय जुलूस निकालने पर प्रतिबंध
मतगणना के बाद कहीं भी विजय जुलूस निकाले जाने पर प्रतिबंध है। अराजक तत्वों पर नजर रहेगी। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी करने वालों पर कड़ी नजर रहेगी। मतगणना के लिए स्ट्रांग रूम से हर एक राउंड में 14 ईवीएम को निकाला जाएगा। प्रत्याशियों, मतगणना अभिकर्ताओं को फल मंडी परिसर में सुबह छह बजे प्रवेश दिया जाएगा। जबकि स्ट्रांग रूम प्रत्याशियों और निर्वाचन अभिकर्ताओं की उपस्थिति में सुबह सात बजे खोला जाएगा।