लखनऊ (एजेंसी)। यूपीए चेयरपर्सन और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में कांग्रेस पार्टी की करारी हार हुई है। यहां की एक भी सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव जीतना तो दूर रनर अप भी नहीं रहा। कांग्रेस के लिए हालात यहां इस कदर बदतर हुए हैं कि 6 में 3 सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा सके।
विधानसभा चुनावों में ऐसी करारी शिकस्त कांग्रेस को इससे पूर्व नहीं मिली थी। वहीं रायबरेली में भाजपा को भी महज 2 ही सीट नसीब हुई। सदर से कांग्रेस की बागी अदिति सिंह ने भाजपा से जीत दर्ज की, वहीं सलोन से भाजपा के अशोक कोरी ने जीत दर्ज की। बाकी सभी चारों सीट पर समाजवादी पार्टी ने ही अपना परचम लहराया।
इस बार चुनाव के ठीक पहले स्वामी प्रसाद मौर्या ने भाजपा छोड़कर सपा में आ गए थे। यही कारण था कि कयास लगाए जा रहे थे कि समाजवादी पार्टी यहां से मनोज पांडेय का टिकट काट सकती है। मगर, अखिलेश यादव ने मनोज पर भी भरोसा जताते हुए उन्हें फिर से टिकट दिया और यह सीट सपा के खेमे में आई।
अदिति को सपा से मिली टक्कर, 7175 वोट से जीती
रायबरेली सदर से कांग्रेस से बगावत करके भाजपा में अदिति सिंह शामिल हुईं, तो वहीं समाजवादी पार्टी ने आरपी यादव को उम्मीदवार बनाया। आरपी यादव ने अदिति सिंह को कड़ी टक्कर देते हुए अंतिम राउंड तक सपा की उम्मीदों को बनाए रखा। अदिति सिंह को यहां कुल 102429 वोट मिले। वहीं आरपी यादव को 95254 वोट मिले।
मत प्रतिशत की बात करें तो अदिति के खाते में 44.51 फीसदी वोट, वहीं आरपी यादव के खाते में 41.4 फीसदी वोट आए। इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई। पिछली बार कांग्रेस के टिकट पर अदिति ने यहां से 90 हजार से ज्यादा मतों से जीत दर्ज की थी।