बेंगलुरू (एजेंसी)। मध्य प्रदेश और मुंबई के बीच 22 जून से रणजी ट्रॉफी का फाइनल मैच खेला जाएगा। दोनों टीमों के बीच खिताबी मुकाबला बेंगलुरू के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में होगा। मध्य प्रदेश की टीम 23 साल बाद रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची हैं। एमपी की टीम आखिरी बार 1998-99 में फाइनल में पहुंची थी। वहीं मुंबई की टीम ने 47वीं बार फाइनल में एंट्री की है। मध्य प्रदेश ने सेमीफाइनल में बंगाल को हराकर फाइनल के लिए क्वालिफाई किया वहीं मुंबई की टीम उत्तर प्रदेश को हराकर फाइनल में पहुंची है।
मुंबई की टीम ने इससे पहले 46 फाइनल खेले हैं जिनमें 41 बार वह ट्रॉफी जीतने में सफल रही। 22 जून को जब मुबंई की टीम मध्य प्रदेश के खिलाफ मैदान पर उतरेगी तो उसका इरादा 42वीं बार ट्रॉफी जीतने का होगा। वहीं मध्य प्रदेश की टीम ने आखिरी बार 1998-99 में रणजी ट्रॉफी का फाइनल खेला था। तब उसे कर्नाटक के खिलाफ हार मिली थी। म.प्र. की टीम 23 वर्ष बाद फाइनल में पहुंची है। मध्य प्रदेश की टीम अपना दूसरा रणजी खिताब जीतने के लिए पूरा जोर लगाएगी।
म.प्र. की नजर दूसरे खिताब पर
मध्य प्रदेश ने आखिरी बार रणजी ट्रॉफी 1953 में जीती थी। जबकि मुंबई ने आखिरी बार 2015/16 में सौराष्ट्र को हराकर खिताब जीता था। मुंबई ने ओवरऑल अब तक 86 में से 46 फाइनल खेले हैं। मध्य प्रदेश के खिलाफ वह 47वीं बार फाइनल खेलेगी। इन आकंड़ों से पता चलता कि खिताबी मुकाबले में मुंबई के आगे मप्र की राह आसान नहीं होगी।
मुंबई की संभावित प्लेइंग इलेवन
पृथ्वी शॉ (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, अरमान जाफर, सुवेद पारकर, सरफराज खान, हार्दिक तामोर (विकेटकीपर), शम्स मुलानी, तनुष कोटियन, तुषार देशपांडे, धवल कुलकर्णी, मोहित अवस्थी
मध्य प्रदेश की संभावित प्लेइंग इलेवन
आदित्य श्रीवास्तव (कप्तान), यश दुबे, हिमाशूं मंत्री (विकेटकीपर), शुभम शर्मा, रजत पाटीदार, अक्षत रघुवंशी, सारंश जैन, कुमार कार्तिकेय, पुनीत दुबे, अनुभव अग्रवाल, गौरव यादव