नई दिल्ली (एजेंसी)। ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा के बाद कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठन बैकफुट पर हैं। किसान संगठन ने 1 फरवरी को प्रस्तावित संसद मार्च स्थगित करने का ऐलान किया है। बुधवार को सिंघु बॉर्डर पर पत्रकारों से बात करते हुए किसान नेता बलबीर राजेवाल ने संसद मार्च स्थगित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगला कार्यक्रम अगली मीटिंग में तय किया जाएगा।
राजेवाल ने सरकार पर साजिश के तहत आंदोलन तोडऩे की कोशिश का आरोप लगाते हुए दावा किया कि किसानों ने शांतिपूर्वक आंदोलन किया है। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस की ट्रैक्टर परेड के लिए हमने पांच रूट तैयार किए थे। इसे बदनाम करने के लिए एक ने पहले दिल्ली के अंदर प्रवेश करने का ऐलान किया और यह भी तय किया कि हम लाल किला जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जहां से बोला गया था, पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। बोल दिया कि सीधा जाओ। दिल्ली की तरफ जाओ। साजिश के तहत कुछ उपद्रवी वहां गए। राजेवाल ने कहा कि दीप सिद्धू राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का एजेंट, नरेंद्र मोदी और अमित शाह का खास है। हम लोग खाने के लिए भी गए तो किसी पुलिसकर्मी ने कुछ भी नहीं कहा। 26 जनवरी को पुलिस चौकी पर सारे पुलिसवाले चौकी छोड़कर चले गए और उन्हें अपना काम करने दिया। राष्ट्रीय ध्वज हटाकर इन लोगों ने धार्मिक झंडा फहाराया। इससे हमारी भी और देश की भावनाएं हुईं। हम बिना किसी कसूर के देशवासियों को खेद प्रकट करते हैं, लेकिन मोर्चा का आंदोलन जारी रहेगा।