वाराणसी (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी में न्यू अर्बन इंडिया सब्जेक्ट पर अखिल भारतीय मेयर सम्मेलन को वर्चुअली (ऑनलाइन) संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जो मेयर कुछ नहीं करेंगे, उनकी सूची जारी की जाएगी। जनता का दबाव बनेगा तो मेयर काम अच्छा करेंगे। स्वच्छता के क्षेत्र में काम करने वाले मेयर और शहर को इनाम भी दिया जाएगा। वाराणसी में मेयर सम्मेलन में देशभर से 100 से ज्यादा महापौर शामिल हुए। वहीं, 4800 से ज्यादा निकायों के अध्यक्ष और उनके सदस्य वर्चुअल जुड़े।
प्र.म. ने कहा कि आप सभी काशी पहले भी आए होंगे। आप पुरानी यादों के साथ पुरानी और नई काशी को देखें। काशी के विकास पर हम सबको मंथन से ही नए विचार और नई कल्पना मिलेगी। पुरानी जो भी धरोहरें हैं उन्हें सहेजकर आधुनिक युग की ओर बढ़ें और विकास करें।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्वनिधि योजना को लेकर सभी मेयर अपने शहर के ठेला-पटरी व्यापारियों को जागरूक करें। वह ब्याज पर साहूकार से पैसे लेते हैं और फिर उसी के चक्कर में फंस जाते हैं। योजना के बारे में व्यापारियों को प्रेरित करें।
दिव्यांगजनों की सहूलियत का ध्यान रखें। डिजिटल पेमेंट के लिए व्यापारियों को प्रेरित करें। सभी मेयर मां गंगा के तट से संकल्प लेकर जाएं कि वह ठेला-पटरी व्यापारियों को डिजिटल पेमेंट की ट्रेनिंग दिलाएंगे।
फ्लाईओवर बनाने से नहीं खत्म होगी ट्रैफिक की समस्या : प्र.म.
इसके साथ ही शहरों में ट्रैफिक की समस्या से निपटने पर भी प्र.म. मोदी ने सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि शहरों में फ्लाईओवर की संख्या बढ़ाते जाना यातायात की समस्या का स्थायी समाधान नहीं है। सुगम यातायात का एकमात्र उपाय सार्वजनिक यातायात ही है, इसे बढ़ावा देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अपने शहर की किसी मशहूर वस्तु की ब्रांडिंग के नवोन्मेषी उपाय करें। जिससे उस वस्तु को देश दुनिया तक पहुंचाया जा सके। यह छोटी पहल आर्थिक उन्नति का साधन बन सकेगा। प्र.म. मोदी ने कहा कि शहरों के विकास के लिए लोगों को भी शामिल करना जरूरी है। उन्होंने कहा, लोगों की भागीदारी जितनी अधिक होगी, शहरों के लिए उतना ही बेहतर होगा।
इस दौरान मोदी ने लोगों से एलईडी बल्बों के इस्तेमाल की भी अपील की। उन्होंने कहा कि इससे रोशनी बेहतर होगी और बिल भी कम आएगा। प्र.म. ने मेयरों से कहा, आप लोगों को यह तय करना चाहिए कि आपके शहर की हर गली में बल्ब होने चाहिए। इससे बिल भी कम आएगा और शहरों में रोशनी की व्यवस्था भी बेहतर होगी। यही नहीं उन्होंने कहा कि ज्यादा रोजगार के लिए यह जरूरी है कि सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों को मजबूती दी जाए और उनके लिए बेहतर माहौल तैयार किया जाए।