जयपुर (कार्यालय संवाददाता)। प्रदेश के गृह राज्य मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव ने बुधवार को बताया कि उदयपुर जघन्य हत्याकांड की जांच राष्ट्रीय अनुसंधान एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई हैं। यादव ने मीडिया से कहा कि यह एक बड़ी आतंकवादी घटना है और इसमें पकड़े गये आरोपियो से पूछताछ की जा रही है और इस मामले में अब जांच एनआईए को सौंप दी गई हैं और आगे की जांच एनआईए करेगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में राज्य सरकार गंभीर है और आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों में एक आरोपी वर्ष 2014-15 में विदेश गया था। वह इस दौरान पाकिस्तान के कराची में करीब 45 दिन रहा। वह नेपाल भी गया और उसके पास कुछ पाकिस्तानी नम्बर मिले हैं जिन पर वह लगातार बात करता था। उन्होंने बताया कि इस हमले के पीछे इनका मकसद प्रदेश एवं देश में अस्थिरता एवं आतंक फैलाना एवं वातारण को खराब करना था। ये चाहते थे कि बड़े रूप में दंगे हो, पाकिस्तान का मकसद है कि भारत में किस तरह अस्थिरता हो। इसकी शुरूआत करने की कोशिश की थी लेकिन ये पकड़े गये। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ऐसे लोगों के खिलाफ और शक्ति से काम किया जायेगा। उन्होंने कहा कि वह राजसमंद के पुलिस अधीक्षक को धन्यवाद देना चाहेंगे कि उन्होंने अपने जिले में ऐसी नाकेबंदी की कि ये दोनों आरोपी पकड़े गये और पुलिसकर्मियों ने भी जान पर खेल कर इनको पकड़ा। इसके बाद इन पुलिसकर्मियों को मुख्यमंत्री गैलेंट्री अवार्ड देने की घोषणा की है।