उत्तर प्रदेश का गैंगस्टर मुख्तार अंसारी फिर से सुर्खियों में है। क्योंकि उसे आखिरकार उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया गया है। अब यूपी पुलिस ने उसे दबोच लिया है।
गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की इस समय उत्तर भारत में गर्मागर्म बहस चल रही है। यूपी पुलिस ने पंजाब के रूपनगर जिले की जेल में बंद गैंगस्टर अंसारी को गिरफ्तार किया है। यूपी पुलिस ने अंसारी को हिरासत में ले लिया है। गैंगस्टर से नेता तक जाने वाले अंसारी को पुलिस ने कई हत्या के मामलों में वांछित है। मूल रूप से यूपी का रहने वाला अंसारी 2019 में पंजाब की जेल में बंद था। अब पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अंसारी को यूपी सरकार को सौंप दिया है। शीर्ष अदालत ने मार्च में पंजाब सरकार को अंसारी को यूपी सरकार को सौंपने का निर्देश दिया था।
गैंगस्टर मुख्तार अंसारी आखिरकार यूपी पुलिस के हाथ आ गया
यूपी पुलिस की एक टीम सात वाहनों के साथ सुबह करीब 4.30 बजे रूपनगर पुलिस स्टेशन पहुंची। रूपनगर जेल यहाँ से लगभग 4 किमी दूर है। पंजाब गृह विभाग ने इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखा था। पंजाब सरकार ने यूपी सरकार को सूचित किया था कि अंसारी को 8 अप्रैल को रूपनगर जेल भेजा जाना चाहिए।
शीर्ष अदालत ने पंजाब सरकार को अंसारी को दो सप्ताह के भीतर उत्तर प्रदेश में रूपनगर जेल से बांदा जेल स्थानांतरित करने का आदेश दिया था। मौटी ने सोमवार सुबह उत्तर प्रदेश पुलिस की 150 सदस्यीय टीम के साथ पंजाब से बसपा विधायक अंसारी को पंजाब लाने के लिए अत्याधुनिक पीएसी की टुकड़ी के साथ बांदा छोड़ दिया था। बांदा जेल पहुंचते ही मुख्तार अंसारी की सारी दस्तावेजी कार्यवाही पूरी हो गई। 4 डॉक्टरों की टीम ने मुख्तार अंसारी का मेडिकल चेकअप किया। मुख्तार अंसारी वर्तमान में एक सामान्य बैरक में आयोजित किया जा रहा है। उसके बाद उन्हें बैरक नंबर 15 में रखा जाएगा।
मुख्तार ने बुलेटप्रूफ जैकेट पहन रखी थी
जब मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी लाया गया, तो उन्हें हमला होने का शक था। रास्ते भर सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि सभी पुलिसकर्मी बुलेटप्रूफ जैकेट पहने हुए थे और मुख्तार अंसारी भी बुलेटप्रूफ जैकेट पहने हुए थे।
पुलिस टीम के पास व्रज वाहन और पीएसी भी थी
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (प्रयागराज क्षेत्र) प्रेम प्रकाश को मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी लाने की जिम्मेदारी दी गई थी। पुलिस टीम मंगलवार सुबह 4 बजे पंजाब के रोपड़ पुलिस लाइन पहुंची। टीम में 20 से अधिक वाहन और एक एम्बुलेंस भी थी। एडीजी के साथ टीम में 30 सिपाहियों के साथ एक सीओ, दो इंस्पेक्टर, एक एसआई, 20 दीवान और एक कंपनी पीएसी भी थी।
पहली बार ड्रोन से निगरानी
बांदा जिला जेल की निगरानी पहली बार ड्रोन से की जाएगी। बैरक नंबर 15 में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। जेल मुख्यालय लगातार इन कैमरों के जरिए मुख्तार की बैरक की निगरानी करेगा। वहीं, बॉडी वॉर्न कैमरा पहनने वाला वही कैदी जेल में मुख्तार के पास जा सकेगा। इसके अलावा बांदा जेल में 30 सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराए गए हैं।