विरोध जताते हुए बोले किरोड़ी- जिस होटल में चिंतन शिविर वो ही अवैध है, दोपहर में थी पत्रकार वार्ता, उससे पहले ही एसपी और एडीएम ने जाब्ते के साथ किया जिला बदर, शाम को कटारिया ने वीडियो जारी कर की निंदा
नगर संवाददाता . उदयपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के उदयपुर आने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने डॉ. मीणा को दोपहर बाद जिला बदर कर दिया। इस दौरान डॉ. किरोड़ी ने जमकर विरोध किया, लेकिन अधिकारी नहीं माने। डॉ. किरोड़ी को होटल में ही नजरबंद करने की सूचना दोपहर को ही वायरल होने के बाद भी एक भाजपा नेता विरोध के लिए नहीं पहुँचा। किरोड़ी मीणा को अजमेर सीमा में छोडऩे के बाद देर शाम को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने एक विडियों जारी कर इसकी निंदा की। जानकारी के अनुसार भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्य सभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा गुरूवार दोपहर को उदयपुर आए थे। उदयपुर में उनका कार्यकर्ता नीरज अग्रिहोत्री के घर पर बैठने जाने का कार्यक्रम था, उसके बाहर होने पर वे 100 फिट रोड़ पर स्थित एक होटल में रूके हुए थे। डॉ. मीणा ने गुरूवार दोपहर को 3.30 बजे पत्रकार वार्ता का रखी थी और रात्रि विश्राम उदयपुर में ही कर शुक्रवार सुबह कार्यकर्ता के वहां पर शोक व्यक्त करने के बाद धरियावद में किसी सम्मेलन में जाने का कार्यक्रम था। इधर जैसे ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को पता चला कि डॉ. मीणा उदयपुर में है तो इस होटल में एडीएम, एएसपी अशोक मीणा, गोपाल स्वरूप मेवाड़ा के साथ-साथ भारी जाब्ता पहुँच गया और किरोड़ी मीणा को होटल के कमरे में ही नजर बंद कर दिया। दोपहर बाद होटल में एसपी मनोज चौधरी पहुंचे और किरोड़ी मीणा को जबरन होटल के बाहर निकाला गया और भारी जाब्ते के साथ पुलिस की गाड़ी में बैठाकर सीमा के बाहर छोडऩे के लिए रवाना किया गया। पुलिस का जाब्ता डॉ. मीणा को उदयपुर और राजसमंद की सीमा को पार करने के बाद अजमेर की सीमा में छोड़ दिया। पीछे-पीछे डॉ. किरोड़ी मीणा का स्टॉफ भी गाड़ी लेकर पहुँच गया, जहां से किरोड़ी मीणा जयपुर के लिए रवाना हो गए। होटल में किरोड़ी मीणा को नजर बंद करने के दौरान मौके पर भाजपा नेता नानालाल वया, ललित तलेसरा, रूपेश जैन, प्रेम ओबरावल सहित अन्य संगठन के रविकांत त्रिपाठी ही मौजूद थे।
जहां चिंतन हो रहा है वहां कांग्रेस नेता का आर्थिक संबंध
किरोड़ी को जिला बदर करने के दौरान उन्होंने कहा कि जिस होटल में चिंतन शिविर होने जा रहा है वहां पर एक कांग्रेस नेता के आर्थिक संबंध है और होटल का निर्माण भी संदेह के घेरे में है। किरोड़ी ने सोनिया गांधी को प्रदेश में आदिवासी भूखे मर रहे है, कुपोषण का शिकार हो रहे है उसकी चिंता करनी चाहिए। किरोड़ी ने कहा कि मुझे जिला बदर करने या हिरासत में लेने के किसी तरह के आदेश नहीं बताएं है।
घंटों तक एक भी भाजपा नेता नहीं पहुंचा होटल
राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी मीणा को दोपहर बाद ही होटल में नजर बंद कर दिया था और उन्हें होटल के कमरे से बाहर तक नहीं निकलने दिया गया। इधर यह सूचना वायरल होने के घंटो बाद तक शहर और देहात भाजपा का नेता या कार्यकर्ता नहीं पहुँचा और ना ही किसी तरह का विरोध प्रदर्शन किया।
कटारिया ने देर शाम को की निंदा
डॉ. किरोड़ी मीणा को जिला बदर करने के घंटों बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने विडियों जारी कर बयान दिया। जिसमें इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है। कटारिया ने कहा कि एक सांसद को इस तरह से नहीं ले जाया सकता है, जबकि उसका कार्यक्रम पहले से ही तय है। डॉ. किरोड़ी ने पुलिस की इस कार्यवाही के बारे में प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ को सूचित किया था।
पुलिस अधिकारियों पर भड़के किरोड़ी
होटल के कमरे में जब पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पहुँच गए तो डॉ. किरोड़ी पुलिस, खुफिया और प्रशासनिक अधिकारियों पर भड़क गए। किरोड़ी की रिकार्डिंग कर रहे एक मोबाईल को जब बंद करवाने का प्रयास किया तो डॉ. किरोड़ी आक्रोशित हो गए।