लखनऊ (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा से नाता तोडऩे वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद पार्टी को और कई झटके लगे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य सहित अन्य बड़े मंत्रियों और विधायकों के पार्टी छोडऩे के बाद योगी सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि इन विधायकों के भाजपा छोडऩे के कई कारण हैं, कुछ अपने निजी फायदे के लिए जा रहे हैं, दूसरों को डर है कि उन्हें अपनी पसंद के निर्वाचन क्षेत्र से टिकट नहीं मिलेगा.. लोगो ने 5 साल तक भाजपा के साथ रहकर मलाई खाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में ओबीसी और दलितों को गुमराह किया जा रहा है। उन्हें (भाजपा छोडऩे वाले विधायक) सपा द्वारा ओबीसी और दलितों के लिए 10 कल्याणकारी योजनाओं की सूची दें। सपा केवल मुसलमानों और यादवों के लिए काम करती है। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अन्य ओबीसी समुदाय कभी भी एमवाई में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा जनता से फीडबैक लेकर टिकट देती और काटती है, जब आपको पता चलता है तो आप भागोगे। अखिलेश जी के यहां तो दरवाजे खुले हुए हैं, सबको भर्ती कर लो, हमें कोई ऐतराज नहीं है। परिणाम वो ही आएगा 300 पार।