नई दिल्ली (एजेंसी)। लगभग पौने 2 साल मामला खिंचने के बाद फ्यूचर-रिलायंस डील अब पूरी नहीं हो सकती है। फ्यूचर रिटेल के सिक्योर्ड क्रेडिटर्स के इस डील के विरोध में मतदान करने के चलते अब इसे अंजाम तक पहुंचा पाना संभव नहीं है।
रिलायंस ने कहा-अब संभव नहीं
एक खबर के मुताबिक रिलायंस इंडस्ट्रीस ने शनिवार को एक रेग्युलेटरी अपडेट में कहा, फ्यूचर रिटेल के अनसिक्योर्ड क्रेडिटर्स और शेयरहोल्डर्स ने इस डील के पक्ष में मतदान दिया है। लेकिन कंपनी के सिक्योर्ड क्रेडिटर्स के इस डील के खिलाफ वोट देने से अब इस डील को पूरा नहीं किया जा सकता है।
69.29% क्रेडिटर्स ने खारिज की डील
फ्यूचर रिटेल ने शुक्रवार को अपडेट दिया था कि इस डील पर शेयरहोल्डर्स और क्रेडिटर्स की मंजूरी लेने की वोटिंग प्रक्रिया उसने पूरी कर ली है। सिक्योर्ड क्रेडिटर्स की कैटेगरी में इस डील के पक्ष में 30.71% वोट पड़े जबकि 69.29% ने इसका विरोध किया है। वहीं शेयर होल्डर्स की कैटेगरी में डील के पक्ष में 85.94% और विरोध में 14.06% वोट पड़े। वहीं अनसिक्योर्ड क्रेडिटर्स में 78.22% इसका पक्ष लिया तो 21.78% इसके विपक्ष में रहे।