तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार युवक-युवती को टक्कर मारी, फिर सब्जी बेच रही महिला को रौंदा, दो अन्य वाहन चालक भी घायल, भीड़ ने चालक को दबोचकर पुलिस को किया सुपुर्द
उदयपुर. नगर संवाददाता & शहर के अंबामाता थाना क्षेत्र में नववर्ष की सुबह राडाजी चौराहे पर एक तेज रफ्तार कार ने बाइक पर जा रहे एक युवक व युवती को चपेट में लेते हुए सड़क किनारे ठेला लगाकर सब्जी बेच रही महिला को कुचल दिया और गाड़ी डिवाईडर से टकरा गई। युवती व महिला की मौके पर ही मौत हो गई जबकि युवक घायल हो गया। घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई। वाहन चालक को भीड़ ने दबोचकर पुलिस को सौंप दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार केहकशा (19) पुत्री स्व. मोहम्मद अली शेख निवासी मस्तान बाबा के पिछे लाल मगरी अम्बामाता अपने ही सहकर्मी मल्लातलाई क्षेत्र के रहने वाले सरफराज के साथ मोटर साइकिल पर 5-एस डीजीटल कॉल सेंटर ट्रांसपोर्ट नगर बलीचा पर नौकरी पर जा रहे थे। शनिवार को सुबह करीब साढ़े आठ-नौ बजे के बीच चरक हॉस्टल के वहां पहुंचे ही थे, तभी मल्लातलाई क्षेत्र से तेज गति से आती कम्पास गाड़ी के चालक ने तेज चलाते हुए पिछे से बाइक पर जा रहे युवक-युवती को टक्कर मार दी जिससे दोनों उछलकर सड़क पर गिर गये उसके बाद भी चालक गाड़ी पर नियंत्रण नहीं रख सका और सड़क किनारे ठेला लगाकर सब्जियां बेच रही सविता (30) पत्नी भीमा मीणा निवासी थलफला कालीवास नाई को चपेट में ले लिया। जिससे युवती व महिला की मौके पर ही मौत हो गई। युवक को घायलावस्था में एम्बुलेंस से एमबी चिकित्सालय भेजा। कार चालक लकड़वास निवासी पराक्रम सिंह चावड़ा को भीड़ ने दबोच कर पुलिस को सुपुर्द कर दिया। इस भीषण दुर्घटना की सूचना भी लोगों ने पुलिस को दी। सूचना पर थानाधिकारी सुनील कुमार मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे और भीड़ को उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। उधर अस्पताल में जैसे ही सब्जी विक्रेता महिला व युवती की मौत की सूचना मिलने पर गांव के लोग और युवती के समाज के लोग मुर्दाघर के बाहर जमा हो गये। सूचना पर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा भी वहां पहुंच गये और उन्होंने क्षैत्र के सरपंच को समझाईश की और उन्हें मामले में उचित कार्रवाई करवाने का आश्वासन दिया। एमबी चिकित्सालय के मुर्दाघर में एएसआई राजेश मेहता ने रिपोर्ट मामला दर्ज कर दोनों शवों का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिये।
नानी के हाथों पली बढ़ी केहकशां
केहकशां के चचेरे नाना मोहम्मद रफीक ने बताया कि इसके पिता ने मां को तलाक देकर अन्य से शादी कर ली और इसकी मां ने भी जयपुर में अन्य व्यक्ति से निकाह कर लिया। दो वर्ष की आयु से अपनी नानी कनिजा फातिमा की गोद में पली बढ़ी। 1983 में इसके नाना मोहम्मद उमर की भी दुर्घटना में मृत्यु हो गई। नवासी के लालन-पालन को लेकर एक मौसी ने विवाह भी नहीं किया और हाल ही में यह घर के इकलौते चिराग के तरह काम कर रही थी। इस घर में कोई पुत्र नहीं है।
ग्रामीण विधायक ने दी बीमा कराने की प्रेरणा
मुर्दाघर के बाहर मौजूद थलफला कालीवास ग्राम पंचायत सरपंच सहित सभी को कहा कि वे प्रधानमंत्री योजना के तहत बैंकों में 12 रुपये प्रति वर्ष के हिसाब से अपना बीमा करवाएं ताकि इस तरह के हादसों में डेढ़ से दो लाख रूपये पीडि़त के परिजनों को मिलेंगे तो वह उनकी आजीविका के लिए लाभदायक रहेंगे।