ज्वेलरी निर्यात पर मंदी के बादल

Pratahkal    12-Apr-2025
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मुंबई। हालांकि ट्रंप सरकार द्वारा टैरिफ पर घोषित 90 दिनों की रोक ने रत्न एवं आभूषण निर्यातकों को थोड़ी राहत दी है, लेकिन व्यापारियों को निकट भविष्य में नए ऑर्डर और शिपमेंट में उल्लेखनीय गिरावट की आशंका है।
 
गोल्ड एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) के अध्यक्ष किरीट भंसाली के अनुसार, निर्यातकों ने 4 अप्रैल से प्रभावी हुए 10% सार्वभौमिक बेसलाइन शुल्क से बचने के लिए पिछले कुछ दिनों में अमेरिका को बड़ी मात्रा में माल निर्यात कर दिया था।
उन्होंने बताया, “चूंकि निर्यातकों ने पहले ही बड़ी मात्रा में माल भेज दिया है, हमें अगले डेढ़ महीने के लिए अमेरिकी व्यापार में मंदी की संभावना है।”
 
“यह 10% ड्यूटी (जो कि 26% शुल्क पर रोक लगने के बाद भी प्रभावी रहेगी) उन उत्पाद श्रेणियों को प्रभावित कर सकती है, जैसे कि ढीले हीरे, जिन पर पहले से ही केवल 3-5% के पतले मार्जिन में काम होता है। सरकार अमेरिका के साथ एक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर बातचीत कर रही है। अगर यह समझौता एक महीने के भीतर हो जाता है, तो इससे हमारे व्यापार को बल मिल सकता है।”
 
90 दिन की टैरिफ राहत पर उद्योग की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली हैं। जयपुर ज्वेलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आलोक सोनकिया ने कहा, “यह अभी भी एक बहुत ही अस्थिर समय है और निर्णय कभी भी बदल सकते हैं। चूंकि निर्यातकों ने 4 अप्रैल से पहले ही तुरंत माल भेज दिया था, इसलिए नए ऑर्डर में जरूर मंदी देखने को मिलेगी।”