रण्या राव की सुरक्षा जांच से बचने के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद पुलिस अधिकारियों की मदद ली जाती थी। उन्हें सिक्योरिटी चेक से बिना किसी परेशानी के निकलने दिया जाता था, लेकिन इस बार DRI ने पूरी तैयारी कर रखी थी। जैसे ही वह एयरपोर्ट पर पहुंचीं, टीम ने उन्हें रोका और उनकी जैकेट की तलाशी ली, जिसमें से 14.2 किलोग्राम सोना बरामद हुआ। जब्त किए गए सोने की कीमत 12.56 करोड़ रुपये आंकी गई है।
DRI की टीम ने रण्या राव को गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ के लिए अपने कार्यालय ले गई। तफ्तीश में खुलासा हुआ कि रण्या राव को तस्करी करने के लिए ब्लैकमेल किया जा रहा था। हालांकि, अधिकारियों ने इस दावे की सत्यता की जांच शुरू कर दी है।
रण्या राव को सुरक्षा जांच से बचाने में एयरपोर्ट पर तैनात एक पुलिस अधिकारी भी शामिल था, जिसे DRI ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधिकारी की संलिप्तता से यह मामला और गंभीर हो गया है, क्योंकि यह साफ हो गया है कि इस तस्करी नेटवर्क में बड़े लोग भी शामिल हो सकते हैं।
रण्या राव की गिरफ्तारी के बाद उनके घर पर छापा मारा गया, जहां से कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए:
इन सभी जब्त किए गए सामान और नकदी का कुल मूल्य 17.29 करोड़ रुपये आंका गया है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि रण्या राव के पिता एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं। हालांकि, वह रण्या की सौतेली बेटी हैं। इस मामले के बाद पुलिस विभाग में भी हलचल मच गई है, क्योंकि एक उच्च अधिकारी की बेटी का इस तरह के संगठित अपराध में शामिल होना कई सवाल खड़े करता है।
रण्या राव को 1962 कस्टम्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है। कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। फिलहाल, DRI और अन्य एजेंसियां उनसे यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इस तस्करी नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है और रण्या राव को ब्लैकमेल करने का दावा कितना सच है।
यह मामला इसलिए भी बड़ा हो गया है क्योंकि रण्या राव मनोरंजन जगत से जुड़ी एक जानी-मानी अभिनेत्री हैं। इससे पहले भी कई बार बॉलीवुड और दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े नाम तस्करी और ड्रग्स के मामलों में सामने आ चुके हैं।