Wednesday, 19 March, 2025

आस्था, सेवा और समर्पण: महाकुम्भ 2025 में भारतीय रेलवे की ऐतिहासिक भूमिका

Pratahkal    18-Mar-2025
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Prayagraj
प्रयागराज। राज्यसभा में रेलवे मंत्रालय की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने महाकुम्भ 2025 के दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं की सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए भारतीय रेलवे द्वारा किए गए व्यापक प्रयासों को रेखांकित किया। प्रयागराज के स्टेशनों पर यात्रियों के गंतव्य के अनुसा कलर-कोडेड यात्री आश्रयों की व्यवस्था की गई, जिससे यात्रियों की आवाजाही आसान हुई और भीड़भाड़ को कम किया गया।
 
महाकुम्भ जैसे भव्य आयोजन को सफल बनाने के लिए रेलवे ने कई महत्वपूर्ण ढांचागत परियोजनाएँ पूरी कीं:
 
✔ गंगा नदी पर प्रमुख रेलवे पुल, जिससे कनेक्टिविटी में सुधार हुआ।
✔ जंघई-फाफामऊ रेलखंड का दोहरीकरण, जिससे ट्रेनों का संचालन सुगम बना।
✔ 21 नए रोड ओवर ब्रिज (ROB) और रोड अंडर ब्रिज (RUB) बनाए गए, जिससे आवागमन सरल हुआ।
✔ रेलवे स्टेशनों पर 23 स्थायी होल्डिंग एरिया तैयार किए गए, जिससे भीड़ को व्यवस्थित किया जा सके।
✔ ट्रेनों के बेहतर रखरखाव और शीघ्र संचालन के लिए तीन अतिरिक्त वाशिंग लाइन विकसित की गईं।
✔ रेलवे कर्मचारियों के लिए आधुनिक बैरकों का निर्माण, जिससे उनकी कार्यक्षमता और सेवा निरंतर बनी रहे।
 
इन सुव्यवस्थित प्रयासों से 4.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु बिना किसी बाधा के अपनी आध्यात्मिक यात्रा पूरी कर सके। पूरी व्यवस्था पर दिल्ली स्थित वॉर रूम से नजर रखी गई, जहां सीसीटीवी सर्विलांस के जरिए सुरक्षा और संचालन का कड़ा नियंत्रण सुनिश्चित किया गया।
 
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस ऐतिहासिक आयोजन में उत्कृष्ट रेलवे सुविधाओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व को श्रेय दिया।
 
जिस तरह गंगा का प्रवाह हर बाधा को मिटाकर अपनी राह बनाता है, उसी तरह भारतीय रेलवे ने अपनी मजबूत व्यवस्थाओं से श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल और निर्विघ्न बनाने का हर संभव प्रयास किया।