उदयपुर, नगर संवाददाता | शहर की प्रमुख फतहसागर झील में बेटी की मौत के गम से तनाव में आई एक महिला ने अपनी एक । सहेली के साथ झील में कूदकर आत्महत्या कर ली। सुबह पहले महिला का शव तो सुबह मॉर्निंग वॉक करने वालों ने देखा तो * पुलिस को बताया। पुलिस ने एसडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू करवाकर शव को बाहर निकलवाया। शाम को उसी स्थान पर उसके साथ लापता हुई सहेली का शव भी झील से बरामद हुआ। दोनो सहेलियां 2 दिन से 5 लापता थी और दोनों की गुमशुदगी रिपोर्ट सूरजपोल थाने में दर्ज है।
पुलिस के अनुसार मंगलवार सुबह फतहसागर पर मोर्निंग वॉक करने आए ॐ लोगों ने काले किंवाड़ के वहां महिला का तैरता हुआ शव देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और सिविल डिफेंस टीम को मौके पर बलाया। सिविल डिफेंस की टीम में गोताखोर विजय नकवाल, विपुल चौधरी, हितेश सोलंकी, कैलाश गमेती, मुकेश सेन, वाहन चालक सुरेश सालवी आदि ने रेस्क्यू कर महिला के शव को बाहर निकाला। शव को मोर्चरी में रखवाया। पुलिस ने आस-पास के थानों में इसकी सूचना दी तो मृतक का पति मोर्चरी पहुंचा और मृतका की पहचयान सविता परमार (46) पत्नी दीताराम हड़ात निवासी विजूड़ा बिछीवाड़ा के रूप में हुई। मृतका सविता के पति दीताराम ने बताया कि उसकी एक पुत्री आस्था (12) पिछले एक साल से बीमार चल रही थी, जिसका इलाज चल रहा था। जिसकी 23 फरवरी को उपचार के दौरान मौत हो गई। पति व परिवारजन शव को लेकर गांव जा रहे थे, जैसे ही उदियापोल पहुंचे तो सविता अपनी एक सहेली आदित्या के साथ उतर गई और कहा कि वह उदयपुर में ही रहने वाली उसके कॉलेज की टीचर को चावियां देकर वापस आ रही है लेकिन दोनों वापस नहीं आई। सविता सलूम्बर में मिनाक्षी कॉलेज में मैनेजमेंट में कार्यरत थी। दोनों के वापस नहीं लौटने पर पति ने दोनों की सूरजपोल थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पति दीताराम ने बताया कि सविता के साथ-साथ उसके साथ रहने वाली सहेली आदित्या भी लापता है। इस बीच पति की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर विवाहिता के शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया। परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर गांव गए और जहां अंतिम संस्कार की प्रक्रिया चल ही रही थी कि शाम को जिस जगह विवाहिता का शव मिला उसी स्थान पर मृतका की सहेली आदित्या का भी शव झील में तैरता हुआ मिला। इस पर अम्बामाता पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम के सहयोग से शव को झील से बाहर निकाला और उसको पहचान आदित्या के रूप में हुई। फिलहाल शव को एमबी चिकित्सालय के मुर्दाघर में रखवाया गया है। आदित्या के पोस्टमार्टम की कार्यवाही बुधवार को होगी।
बेटी को सांस लेने में दिक्कत थी
मृतका सविता अपनी बेटी आस्था का लम्बे समय से उपचार करवा रही थी। इसकी बेटी को गुईलेन बैरे सिंड्रोम की समस्या थी, इसमें उसे संस लेने में परेशानी होती थी और हाथ-पैर सुन्न हो जाते थे। आस्था नवोदय विद्यालय मावली में पढ़ाई करती थी। लगातार उपचार के बाद 23 फरवरी को उसकी मौत हो गयी। बेटी कि मौत से वह टूट गई और उदियापोल से दूसरी बेटी आदित्या के साथ गायब हो गई और फतहसागर में कूदकर आत्महत्या कर ली।
सरकारी नौकरी छोड़ लड़ चुकी चुनाव
बताया जा रहा है कि सविता सरकारी अध्यापिका के पद पर काम करती थी और इसने सरकारी नौकरी छोड़कर विधानसभा का चुनाव लड़ा था, जिसमें यह हार गई थी। हाल में ही इसने महिला एवं बाल विकास विभाग सुपरवाईजर के पद पर प्रतियोगी परीक्षा दी थी, जिसमें इसका चयन हो गया था और केवल नियुक्ति मिलनी बाकी थी।