Saturday, 15 March, 2025

तीन दिन से विधायक विधानसभा में धरने पर, कभी मुख्यमंत्री तो कभी स्पीकर राजी नहीं : गहलोत

जो मंत्री समझाईश करने जाता वह किसे रिपोर्ट कर रहा यह नहीं पता

Pratahkal    24-Feb-2025
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ashok gohlat
उदयपुर। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान विधानसभा में पिछले तीन दिनों से कांग्रेस विधायक धरने पर बैठे है और सरकार को कुछ भी चिंता नहीं है। गहलोत ने कहा कि दो मंत्री विधायकों को मनाने गए थे पर उन्होंने भी । कोई जवाब नहीं दिया। वे कहते है पूछकर आते है और बाद में बताते है कि कभी मुख्यमंत्री राजी नही है तो कभी स्पीकर राजी नहीं है।
 
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार को उदयपुर जिले आए थे। यहां पर सर्किट हाउस में उनका कांग्रेस के नेताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इंदिरा गांधी पर जो टिप्पणी की गई वह गलत थी। उसका कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा ने विरोध किया था। आम तौर पर राज्यसभा और लोकसभा में ऐसा होता हो सदन का । स्पीकर यह कहकर विरोध समाप्त कर देते हैं कि इसे रिकार्ड पर नहीं लिया जा रहा है। विधानसभा स्पीकर को भी इंदिरा गांधी पर की गई टिप्पणी को लेकर केवल यही कहना था कि इसे रिकार्ड में नहीं लिया गया है तो बात आगे नहीं बढ़ती। डोटासरा के विरोध के बाद भी स्पीकर ने कोई जवाब नहीं दिया तो कांग्रेस विधायकों में आक्रोश होना ही था। गहलोत ने कहा कि तीन दिन से विधायक विधानसभा में धरने पर बैठे है और कोई समझाईश नहीं की जा रही है।
 
गहलोत ने अपने कार्यकाल की बात कहते हुए कहा कि मेरे । कार्यकाल में भी विधायक धरने पर बैठे थे तो दूसरे दिन समझाईश कर धरना समाप्त किया गया। साथ ही कहा कि कांग्रेस विधायक भी जब भाजपा सरकार में धरने पर बैठे थे तो उस समय भी मुख्यमंत्री भैरोंसिंह शेखावत ने या उनके भेजे प्रतिनिधि ने समझाईश कर धरना समाप्त करवाया था। गहलोत ने कहा कि अब एक नई परम्परा चल पड़ी है, जिसमें मुख्यमंत्री की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है और केवल फार्मेल्टी की जा रही है। जिसमें दो मंत्रियों को समझाईश के लिए भेजा है, जिनके पास कोई अधिकार नहीं है। वे जाते हैं विधायकों से बात करते है और पूछने का कहकर चले जाते है। वे किससे पूछ रहे है यह किसी को नहीं पता है। कभी कहते है मुख्यमंत्री तैयार नहीं है तो कभी कहते है विधानसभा अध्यक्ष तैयार नहीं है। गहलोत ने कहा कि यह सरकार की खराब परफार्मेंस है। जब विधानसभा में कांग्रेस विधायक आमजनता के सवाल पूछ ही नहीं पाएंगे तो उन्हें जवाब ही नहीं देना होगा। इस सरकार में यह हालात है कि नेता प्रतिपक्ष को पूछने के लिए मौका ही नहीं दिया जा रहा है। इस मौके पर शहर जिलाध्यक्ष फतहसिंह राठौड़, देहात जिलाध्यक्ष कचरूलाल चौधरी, कांग्रेस नेता पंकज कुमार शर्मा सहित कई नेता मौजूद थे।
 
किरोड़ी के फोन टैपिंग का खुलासा हो
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि किरोड़ी अपनी ही सरकार पर बार-बार फोन टैपिंग का आरोप लगा रहे है तो सरकार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार में भी लगा था तो हमने भी स्थिति को स्पष्ट किया था पर इस सरकार में ऐसा नहीं हो रहा है।
 
कन्हैयालाल हत्याकांड को हिंदु-मुस्लिम बना दिया
पूर्व सीएम गहलोत ने कहा कि उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपियों ने उनके कार्यकाल में 2 घंटे में पकड़ लिया था। मृतक के दोनों बच्चों को नौकरी देकर 50 लाख तक का पैकेज दिया। फिर बीजेपी वालों ने बोला कि मुस्लिम को ज्यादा दे दिया। उन्होंने चुनाव में इसे हिंदु-मुस्लिम का मुद्दा बना दिया। ये लोकतंत्र के लिए सही नहीं है।
 
सीएम रखें सलाहकार
अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सलाह दी कि वे अपने साथ सलाहकार रखें। गहलोत बोले ने कहा कि जैसे मैंने मेरे कार्यकाल के दौरान पार्टी के अनुभवी लोगों को सलाहकार के रूप में रखा था। इसी तरह उनकी पार्टी में भी कई अनुभवी नेता है वे उन्हें अपना सलाहकार बना सकते हैं।