मुंबई । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने मुंबई में प्रसिद्ध लालबागचा राजा (Lalbaugcha Raja) गणेश पंडाल जा कर भगवान गणेश के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की। वरिष्ठ नेता पवार के 30 साल बाद लालबागचा राजा पंडाल जाने पर राजनीति गरमा गई है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि जब शरद पवार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे तो लालबागचा राजा गणपति के दर्शन करने गए थे। अब वह महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ के लिए लालबाग आये हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार अपने दामाद सदानंद सुले और नातिन रेवती सुले के साथ लालबागचा राजा के पंडाल पहुंचे। बाद में उन्होंने ‘एक्स’ पर तस्वीरें पोस्ट कर कहा, ‘‘मुंबई के गणेश उत्सव की धूम गिरगांव में देखी जा सकती है। अपने परिवार के सदस्यों के साथ पूरे दिल से लालबागचा राजा पंडाल के दर्शन किए। मैंने किसानों तथा आम लोगों के हितों के लिए लड़ने की शक्ति पाने की प्रार्थना की।’’ बहरहाल, बीजेपी के विधान परिषद सदस्य प्रवीण दरेकर ने पवार के लालबागचा राजा पंडाल में जाने को दिखावा बताया। बीजेपी नेता दरेकर ने कहा, ‘‘शरद पवार कई वर्षों बाद वहां गए हैं और वह भी राजनीतिक कारणों से। उनका पंडाल में जाना बड़ा दिखावा है। पवार ऐसे कार्यक्रमों में शामिल हुए हैं जहां वक्ताओं ने हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किया है लेकिन उन्होंने कभी उनका विरोध नहीं किया।’’ वहीँ, बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई की उपाध्यक्ष चित्रा वाघ ने भी शरद पवार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, आज आखिरकार उन्हें लालबाग के राजा की याद आई।