अभिभाषण को लेकर विपक्ष का जोरदार हंगामा

04 Jul 2024 11:08:44
Bhajanlal Sharma 
 
कार्यालय संवाददाता जयपुर। राजस्थान (Rajasthan) की सोलहवीं विधानसभा (Vidhansabha) के दूसरे सत्र की बुधवार को शुरूआत हुई और इसके पहले दिन ही सत्र की शुरूआत राज्यपाल के अभिभाषण (Governors address) के साथ होने की मांग को लेकरविपक्ष (opposition) के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया।
 
सत्र पूर्वाह्न ग्यारह बजे शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि सत्र की शुरूआत राज्यपाल के अभिभाषण के साथ होनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि यह संविधान के नियमों का उल्लंघन है।
 
साल के पहले सत्र की शुरूआत राज्यपाल के अभिभाषण से कराने का नियम है। विपक्ष के सदस्यों के हंगामा करने पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल (Jogaram Patel) ने कहा कि सत्र की शुरूआत नियमों के तहत ही हुई है। पटेल ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण आम चुनाव के बाद सत्र शुरू होने पर एक बार ही होता है। उन्होंने कहा कि यह दूसरा सत्र है और पहला सत्र इससे पहले हो चुका। ऐसे में हर बार राज्यपाल का अभिभाषण नहीं होता। इस पर जूली ने कहा कि इस साल का पहला सत्र अब शुरू हुआ है और इसकी शुरूआत राज्यपाल के अभिभाषण से होनी चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने व्यवस्था देकर सदन को सुचारू करने की कोशिश की लेकिन विपक्ष के सदस्य हंगामा करते रहे। इस पर देवनानी ने कहा कि पहला सत्र गत दिसंबर में शुरू हुआ था जो कि जनवरी तक चला और पहले सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण हो गया और अब दूसरे सत्र में अभिभाषण की कोई जरूरत नहीं हैं।
 
इस दौरान जूली ने उनका माइक बंद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि संसद के बाद अब विधानसभा में भी विपक्ष के नेताओं की आवाज दबाने के लिए माइक बंद किए जा रहे है। बाद में देवनानी ने कहा कि सबकी बात सुनी जायेगी अभी सत्र शुरू हुआ हैं इसे सुचारू रूप से चलने दे और सभी सदस्य अपनी जगहों पर जाये। इसके बाद विपक्ष के सदस्य अपनी जगह पर आ गये। सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद करीब 25 मिनट तक विपक्ष ने हंगामा किया और नारेबाजी की।
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