मुंबई। घाटकोपर (Ghatkopar) में होर्डिंग (Hoarding) गिरने वाली जगह पर बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी खोज और बचाव अभियान जारी रहा। मलबे (debris) के नीचे दो और शव पाए गए हैं।
सोमवार शाम को धूल भरी आंधी और बेमौसम बारिश के बीच सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) के कब्जे वाली जमीन पर लगा अवैध होर्डिंग छेदा नगर इलाके में एक पेट्रोल पंप (Petrol pump) पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। अधिकारियों के अनुसार, बचाव टीमों ने पहले ढहे हुए होर्डिंग के नीचे से 89 लोगों को निकाला है, जिनमें से 16 को की मौत हो गई है, जबकि अन्य 75 घायल हो गए है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) (NDRF) के सहायक कमांडेंट निखिल मुधोलकर ने बुधवार को एक न्यूज एजेंसी को बताया कि, 'हमने (ढह गए होर्डिंग के) तीसरे गार्डर के नीचे फंसे दो शवों को देखा है, लेकिन हमें घटनास्थल तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वहां तक पहुंचने के लिए रेंगकर जाना पड़ता है।'
अधिकारियों ने कहा कि 'हमने पहले गर्डर को रात भर काटने के बाद हटा दिया है और अब अर्थमूवर्स और उत्खननकर्ताओं की मदद से मलबा हटा रहे हैं। एनडीआरएफ कर्मी अब दूसरे गर्डर को काटेंगे। दुर्घटना स्थल पर ऐसे पांच से अधिक गर्डर हैं। गार्डर हटाने के बाद पता चलेगा कि कितने लोग अभी भी फंसे हुए हैं।
एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार सुबह खोज एवं बचाव अभियान के दौरान घटना स्थल पर छोटी सी आग लग गई, लेकिन वहां तैनात दमकल (fire engine) गाड़ियों ने इसे तुरंत बुझा दिया। अधिकारियों ने कहा कि घटना के 40 घंटे से अधिक समय बाद भी खोज और बचाव अभियान जारी रहा।