कार्यालय संवाददाता जयपुर। राजस्थान (Rajasthan) में लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) परिणाम को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई। इस बीच कांग्रेस (Congress) में 4 जून को चुनाव परिणाम नाम आने के बाद बड़े बदलाव होने के कयास लगाए जा रहे हैं। चर्चा है कि चुनाब परिणाम के बाद राजस्थान कांग्रेस के नेतृत्व को लेकर हाईकमान बड़ा फैसला ले सकता है। इसको लेकर कांग्रेस में पीसीसी चीफ (PCC Chief) को लेकर लॉबिंग शुरू हो गई हैं। कांग्रेस की सियासत में चर्चा शुरू हो गई है कि अब अगला पीसीसी चीफ कौन होगा? क्या वर्तमान अध्यक्ष एक्सटेंशन मिलेगा? या किसी नए चेहरे को पीसीसी चीफ बनाया जाएगा। हाल ही में लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुके, लेकिन अब नवंबर-दिसंबर में राजस्थान के पंचायत राज के चुनाव होने हैं। इस बीच कांग्रेस की सियासत में फिर से चर्चा उठ रही है कि यदि कांग्रेस को इस चुनाव में बढ़त हासिल करनी है, तो फिर से सचिन पायलट को राजस्थान कांग्रेस के कमान देनी होगी।
क्या डोटासरा को फिर से मिलेगा एक्सटेंशन
राजस्थान में कांग्रेस के प्रदेश का अध्यक्ष पद को लेकर चर्चाएं तेज हैं। इस बीच यह भी माना जा रहा है कि वर्तमान अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) को कांग्रेस फिर से एक्सटेंशन दे सकती है। 2022 में गहलोत और सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच चले सियासी संकट के दौरान डोटासरा को शिक्षा मंत्री के पद से हटाकर पीसीसी चीफ बनाया गया, तब से डोटासरा राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, उनके नेतृत्व में राजस्थान में विधानसभा चुनाव लड़ा गया और अब लोकसभा चुनाव का परिणाम आना बाकी हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि फिलहाल डोटासरा का कार्यकाल कम अवधि का रहा है। ऐसे में कांग्रेस हाईकमान उनके कार्यकाल को एक्सटेंशन दे सकती है।
पंचायतराज चुनाव जीतना है, तो पायलट को कमान देने की चर्चा
राजस्थान में नवंबर-दिसंबर में पंचायत राज के चुनाव होने हैं। लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद कांग्रेस का अगला मिशन पंचायती राज चुनाव चुनाव है। ऐसे में सियासत में फिर र से चर्चाएं तेज हो गई है कि यदि कांग्रेस को पंचायत राज चुनाव में बढ़त हासिल करनी है, तो एक बार फिर सचिन पायलट को पीसीसी चीफ की कमान सौपनी होगी। इसके पीछे उनके समर्थक नेता इस बात का तर्क दे रहे हैं कि 2013 में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने केवल 21 सीटें जीत पाई थी, लेकिन जब पायलट प्रदेश अध्यक्ष बने, तो राजस्थान में 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी। ऐसे में पायलट समर्थक नेताओं का दावा है कि पंचायत राज चुनाव जीतना है, तो फिर से पायलट को लाना होगा।
गहलोत समेत कई नेताओं के नाम फिर से चर्चा में
पीसीसी चीफ के लिए कांग्रेस में जादूगर कहे जाने वाले अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) का नाम भी एक बार फिर सुर्खियों में आ गया हैं। गहलोत तीन बार के प्रदेश अध्यक्ष, तीन बार के मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव रह चुके हैं। ऐसे में पीसीसी के पद के लिए उनका नाम भी मजबूत है। इस दौड़ में उन्हें भी माना जा रहा है। हालांकि यह अलग बात अलग है कि हाईकमान गहलोत के नाम पर राजी होता है या नहीं। इसके अलावा भी राजस्थान के कई कांग्रेसी नेता रघु शर्मा, हरीश चौधरी, मुरारी लाल मीणा, प्रताप सिंह खाचरियावास समेत नेता के नाम भी चर्चा में चल रहें हैं।