नई दिल्ली (एजेंसी) | विमानन उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी लोकसभा चुनावों (Lok Sabha elections) में चार्टर्ड विमानों (Chartered Planes) और हेलीकाप्टरों (Helicopters) की मांग में पिछले चुनावों की तुलना में 40 प्रतिशत बढ़ोतरी की संभावना है। इनमें भी चार्टर्ड विमानों की तुलना में हेलीकाप्टरों की मांग अधिक रहने का अनुमान है, क्योंकि उनसे कम समय मैं ग्रामीण एवं सुदूरवर्ती इलाकों में पहुंचना आसान होता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि चुनाव के दौरान चार्टर्ड विमान का किराया 4.5 लाख से 5.25 लाख रूपये प्रति घंटे और हेलीकाप्टर का किराया लगभग 1.5 लाख रूपये प्रति घंटे रह सकता है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर 2023 के अंत तक 112 नान शेड्यूल आपरेटर्स (एनएसओपी) थे। सामान्य तौर पर एनएसओपी ऐसी कंपनियां होती हैं, जिनका कोई निर्धारित शेड्यूल नहीं होता और उनके विमान व हेलीकाप्टर आश्यकता पड़ने पर उड़ान भरते हैं। बिजनेस एयरक्राफ्ट आपरेटर्स एसोसिएशन (बीएओए) के प्रबंध निदेशक कैप्टन आरके बाली के मुताबिक, इन एनएसओपी में से 40-50 प्रतिशत सिर्फ एक विमान का संचालन करते हैं। इनके पास लगभग 450 विमान और हेलीकाप्टर हैं।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के आंकड़ों। के मुताबिक, इन आपरेटरों के पास उपलब्ध विमानों व हेलीकाप्टरों में बैठने की क्षमता तीन से 37 लोगों की है और ज्यादातर की क्षमता 10 से कम लोगों की है। इन विमानों में फाल्कन 2000, बांबार्डियर ग्लोबल 5000, ट्विन ओटर डीएचसी-6- 3000, हाकर बीचक्राफ्ट, गल्फस्ट्रीम जी 200 और सेसना साइटेशन 560एक्सएल शामिल हैं।
चार्टर्ड आपरेटर क्लब वन एयर के बेड़े में पास पांच फाल्कन 2000, चार सेसना साइटेशन और एक बांबार्डियर सीआरजे 200 विमान है। क्लब वन एयर के सीईओ राजन मेहरा ने बताया कि इस क्षेत्र में कई ब्रोकर हैं, जो कभी- कभी कुछ खास घंटों के लिए चार्टर्ड विमान की बुकिंग कर लेते हैं और बाद में उन घंटों को राजनीतिक दलों समेत उपयोगकर्ताओं को बेच देते हैं।