मुंबई। टैक्सपेयर्स (taxpayers) द्वारा दाखिल किये गये रिटर्न्स (Returns) और विभाग के पास उससे संबंधित जानकारी के मिलान में पाई गई किसी भी विसंगति को दूर करने के लिये इनकम टैक्स (आईटी) (Income Tax) विभाग एक स्क्रीन आधारित ऑटोमैटेड समाधान प्रणाली शुरु करने की तैयारी में है। कुछ चुनिंदा मामले जहां लोगों ने अपने आईटी रिटर्न्स (आईटीआर) (IT Return) दाखिल नहीं किये हैं, वे स्वचालित समाधान सुविधा का उपयोग कर सकते हैं।
पहले चरण में वित्त वर्ष 2021-22 तथा 2022-23 से संबंधित जानकारी की विसंगतियों पर विचार किया जायेगा। सूत्रों के मुताबिक, इसके लिये कोई नोटीस जारी नहीं किया जायेगा और विसंगतियां पाये जाने पर आईटी विभाग एसएमएस और ईमेल के जरिये टैक्सपेयर्स को अलर्ट भेजेगा। इसके बाद टैक्सपेयर्स अपने ई-फाइलिंग (e-filing) खाते में इन विसंगतियों की प्राप्त जानकारी के अनुसार अपने प्रतिसाद प्रस्तुत कर सकते हैं।
चूंकि यह एक मशीन चालित प्रक्रिया है इसलिये शुरुआत में 7 लाख के करीब मामलों पर काम होगा। इसके बाद धीरे-धीरे इसका दायरा बढ़ाया जायेगा और इसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग तथा नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (एनएलपी) इत्यादि का इस्तेमाल किया जायेगा। केवल जिन मामलों में विसंगतियां का कोई समाधान नहीं होगा या फिर जिन मामलों में कोई प्रतिसाद प्राप्त नहीं होंगे, उन्हें ही नोटीस जारी किये जायेंगे। इस प्रक्रिया के लिये किसी कागजात की जरूरत नहीं होगी। जिन टैक्सपेयर्स के पास अपनी जानकारी में विसंगतियों के लिये कोई समाधान नहीं होगा वे अपडेटेड आईटी रिटर्न के जरिये भूलसुधार कर सकते हैं।