जयपुर। राजस्थान में कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है। मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होते ही तापमान में कमी आएगी। राजस्थान में 9 दिसंबर से शीत लहर की स्थिति विकसित हो सकती है। आईएमडी की मानें तो देश में सबसे पहले शीत लहर राजस्थान और उसके बाद पंजाब और हरियाणा में देखी जाएगी। पश्चिमी राजस्थान में 9 दिसंबर से 14 दिसंबर तक शीत लहर की स्थिति रहने की संभावना है। वहीं पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिमी यूपी में 11 दिसंबर से शीत लहर की स्थिति रहेगी। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 9 दिसंबर तक पहाड़ों पर हल्की बारिश या बर्फबारी के आसार हैं। वहीं दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे पूर्वी भूमध्यरेखीय हिंद महासागर पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से 10 से 13 दिसंबर के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में जोरदार बारिश देखी जा सकती है।
मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी राजस्थान में 9 से 12 दिसंबर जबकि पूर्वी राजस्थान कुछ हिस्सों में 10 से 12 दिसंबर के दौरान भीषण शीतलहर पड़ेगी। इसको लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। झुंझुनू, सीकर और हनुमानगढ़ के विभिन्न हिस्सों में 10 से 12 दिसंबर के दौरान शीत लहर चलने का यलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं चुरू में 9 से 12 दिसंबर के दौरान शीत लहर देखी जाएगी। इस बीच पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से हिमाचल प्रदेश के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। किन्नौर, कुल्लू, शिमला, सिरमौर, चम्बा और लाहौल- स्पीति जिलों के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फ पड़ रही है। अटल टनल रोहतांग में भी बर्फबारी हो रही है। माना जा रहा है कि जैसे ही पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होगा तो गलन बढ़ने से पहाड़ी क्षेत्रों के साथ मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़ेगी।