जोधपुर में सेना के दो हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग

आसमान में 10 चक्कर काटने के बाद स्कूल के मैदान में उतरे, लोगों की लगी भीड़

Pratahkal    06-Dec-2024
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jodhpur
जोधपुर (कास)। भारतीय सेना के हेलिकॉप्टर चेतक की शेरगढ़ (जोधपुर) के पास इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। जैसे ही लोगों ने स्कूल के मैदान में हेलिकॉप्टर को देखा तो वहां भीड़ लग गई। मामला बुधवार दोपहर करीब 3 बजे का है। अभी भी दोनों हेलिकॉप्टर स्कूल के मैदान खड़े हैं। तकनीकी खामी के कारण इमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ी। डिफेंस पीआरओ अमिताभ शर्मा ने बताया कि अभी स्थिति कंट्रोल में है।
 
लोगों की भीड़ के बाद पुलिस पहुंची मौके पर शेरगढ़ एसएचओ सवाई सिंह ने बताया कि दो चेतक हेलिकॉप्टर ने प्रैक्टिस के लिए जोधपुर आर्मी बेस कैंप से उड़ान भरी थी। 45 मिनट ऊपर ये दोपहर करीब 2 बजकर पर शेरगढ़ गांव के हेलिकॉप्टर मंडराने लगे। आसमान में ने 10 राउंड दोपहर 3 इन दोनों हेलिकॉप्टर काटे 115 मिनट बाद बजे दोनों हेलिकॉप्टर की शेरगढ़ के संस्कृत स्कूल के खेल मैदान में इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। पायलट को तकनीकी खामी नजर आई थी, जिसके बाद दोनों हेलिकॉप्टर के पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग करवाई है। वहीं डिफेंस पीआरओ अमिताभ शर्मा ने बताया कि एहतियात के तौर पर लैंडिंग करवाई गई है। हमारी रेस्क्यू टीम पहुंच चुकी है। अभी स्थिति अंडर कंट्रोल है। सारी स्थिति सामान्य होने के बाद उड़ान भरी जाएगी।
 
एक घंटे बाद दोबारा लौटा दूसरा हेलिकॉप्टर एक हेलिकॉप्टर की लैंडिंग होने के बाद पायलट ने तुरंत उड़ान भर दी। ये हेलिकॉप्टर 1 घंटे बाद शाम करीब 4 बजे दोबारा इसी मैदान में आया। बताया जा रहा है कि स्कूल मैदान में खड़े हेलिकॉप्टर में तकनीकी खराबी थी। किसी पार्ट्स को लेकर दूसरे हेलिकॉप्टर का पायलट दोबारा यहां पहुंचा। हालांकि मौके पर मौजूद जवानों का कहना है कि यह प्रैक्टिस का हिस्सा है।
 
9 महीने में हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग का ये तीसरा मामला है। 9 महीने पहले डीडवाना में मेगा हाईवे पर स्थित एक गोशाला में एक के बाद एक सेना के दो चेतक हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी। हालांकि 10 मिनट बाद दोनों हेलिकॉप्टर ने फिर से उड़ान भरी थी। दावा किया गया था कि इंजन में चिप वॉर्निंग के कारण ये उतरे थे। वहीं 28 दिन पहले भी वायुसेना के रूद्र हेलिकॉप्टर की नागौर के मेड़ता में इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी। बताया गया था कि तकनीकी खामी आने के कारण इसे जसनगर के खेत में लैंड कराया गया। तकनीकी खामी को दूर करने के बाद हेलिकॉप्टर ने फिर उड़ान भरी थी।