राजस्थान में घर-जमीन खरीदना अब और महंगा

बढ़ी हुई दरें लागू: शहरों में अब वर्गमीटर तथा गांवों में हेक्टेयर में ही होगी जमीन की रजिस्ट्री

Pratahkal    03-Dec-2024
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Jaipur
जयपुर (कार्यालय संवाददाता)। राजस्थान में घर-जमीन खरीदना अब महंगा हो गया है। सरकार ने बढ़ी हुई डीएलसी रेट (बाजार कीमत) को सोमवार से लागू कर दिया है। शहरी इलाकों में डीएलसी रेट 5 से 15 फीसदी तक, जबकि कुछ ग्रामीण इलाकों में 50 फीसदी बढ़ाई गई है। 15 फीसदी के हिसाब से 50 लाख रूपये कीमत के घर की रजिस्ट्री पर 66 हजार रूपए ज्यादा देने होंगे।
 
उल्लेखनीय है कि डीआईजी स्टांप जयपुर जी.एल. शर्मा को जून-जुलाई के महीने में जिला स्तरीय समिति द्वारा प्रस्ताव लाया गया था। जिस पर चर्चा करते हुए डीएलसी रेट बढ़ाने का निर्णय लिया गया। हालांकि राज्य सरकार ने इससे पहले ही एक अप्रैल 2024 को डीएलसी दरों में 10 फीसदी का इजाफा किया था। साल में यह दूसरी बार डीएलसी दर बढ़ाई गई है। इसके अलावा अब शहरी इलाकों में जमीन की रजिस्ट्री वर्ग गज या वर्ग मीटर की बजाय एक समान वर्ग मीटर में की जाएगी। वहीं गांव के इलाकों में बीघा के बजाय हेक्टेयर में रजिस्ट्री की जाएगी। जानकारी के मुताबिक जिन ग्रामीण इलाकों में डेवलपमेंट तेजी से हुआ है। उन इलाकों की डीएलसी दरें 50 फीसदी तक बढ़ाई गई हैं। वहीं ग्रामीण इलाकों की सिंचित कृषि भूमि की डीएलसी दर भी 50 फीसदी तक बढ़ाई गई है। इससे
 
पहले पुरूषों के नाम पर संपत्ति की रजिस्ट्री कराने पर 8.8 प्रतिशत की दर से चार्ज लगता था। जिसमें 6 प्रतिशत स्टांप ड्यूटी और 1 प्रतिशत रजिस्ट्रेशन फीस शामिल होती थी। वहीं महिला के नाम पर रजिस्ट्री कराने पर करीब 7.5 प्रतिशत की दर लगती थी। जिसमें 5 प्रतिशत स्टांप ड्यूटी और 1 प्रतिशत रजिस्ट्रेशन फीस थी, लेकिन आज सोमवार, 2 दिसंबर से अब बढ़ी हुई दर पर रजिस्ट्री का चार्ज लिया जाएगा।
 
शनिवार और रविवार को लगातार दो दिन पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग (रजिस्ट्रेशन एंड स्टांप डिपार्टमेंट) ने सॉफ्टवेयर में दरों को अपडेट करवाने का काम किया। इसे देखते हुए 30 नवंबर और 1 दिसंबर को विभाग के संबंधित कर्मचारियों- अधिकारियों की छुट्टियां भी रद्द रहीं। दरअसल, डीआईजी स्टांप जयपुर जी.एल. शर्मा को जून- जुलाई में जिला स्तरीय समितियों से प्रस्ताव मिले थे। इन प्रस्तावों पर चर्चा के बाद डीएलसी रेट बढ़ाने का निर्णय किया है। सरकार ने इससे पहले इसी साल एक अप्रैल को भी डीएलसी दरों में 10 फीसदी का इजाफा किया था। इस तरह यह साल में दूसरा मौका है, जब डीएलसी रेट बढ़ाई हैं।