उदयपुर. नगर संवाददाता | नगर निगम में भाजपा के ही बोर्ड के बीच में चल रही उठा-पटक के बीच महापौर जीएस टांक बुधवार को उप महापौर पारस सिंघवी के घर पर पहुंच गए और उन्हें अपने साथ नगर निगम ले गए। कार्यकाल खत्म होने की घोषणा करने वाले उप महापौर पारस सिंघवी नगर निगम अवश्य गए पर अपने चैम्बर में अपनी कुर्सी पर नहीं बैठे और सामने वाली कुर्सी पर ही बैठकर पार्षदों और अन्य लोगों से मिले। जानकारी के अनुसार उप महापौर पारस सिंघवी ने मंगलवार को पार्षद बनने के पांच साल पूरे होते ही खुद ही अपने कार्यकाल की घोषणा कर दी और नगर निगम से अपना सारा सामान लेकर चले गए। इसके साथ ही उप महापौर को मिलने वाली कार को भी निगम लौटा दिया।
मामला सुर्खियों और निगम के भाजपा बोर्ड में चल रही उठा- पटक सामने आने के बाद बुधवार को महापौर जीएस टांक ने सुबह उप महापौर पारस सिंघवी को फोन लगाया और पूछा तो सिंघवी ने घर पर होना बताया। इस पर महापौर टांक सीधा उप महापौर सिंघवी के घर पर पहुँच गए और उन्हें अपने साथ निगम चलने के लिए कहा। उप महापौर ने मना नहीं किया और वे महापौर के साथ गाड़ी में बैठकर निगम पहुंच गए और वहां पर कुछ देर तक तो महापौर के चैम्बर में बैठे और बाद में वे अपने चैम्बर में गए तो अपनी कुर्सी पर बैठने के बजाए सामने वाली कुर्सियों पर बैठ गए। इधर निगम में उप महापौर के फिर से आने की सूचना पर कई भाजपा नेता, कार्यकर्ता और समर्थक मिलने आए, जिनसे उप महापौर सिंघवी ने सामने बैठकर ही चर्चा की।
इधर जब उप महापौर पारस सिंघवी ने पूछा तो उन्होंने बताया कि संविधान के अनुसार मेरा कार्यकाल समाप्त हो चुका है और इसी कारण मैंने अपना सामान लिया और चला गया। उप महापौर ने कहा कि यदि राज्य सरकार कार्यकाल आगे बढ़ाती है और ऐसा आदेश जारी करती है तो मैं अवश्य फिर से जोईन करूंगा। उप महापौर सिंघवी ने कहा कि मेरा कार्यकाल समाप्त हुआ है, लेकिन जनता के हितों के लिए मैं निगम आउंगा और जनता का काम करूंगा। इधर दिनभर भाजपा के नेताओं में उप महापौर पारस सिंघवी के कार्यकाल समाप्ति की घोषणा को लेकर चर्चा होती रही।