मुंबई। 20 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। बीते दिनों में नालासोपारा, वसई और बोईसर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ रही सभी राजनीतिक पार्टियों ने प्रचार बडे जोर शोर किया है। प्रचार खत्म हो जाने के बाद हर एक उम्मीदवार अपनी जीत का दावा करते हुए नजर आ रहा है। इन तीनों सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है हालांकि भाजपा और बहुजन विकास आघाडी अपनी दावेदारी पेश कर रही है।
बहुजन विकास आघाडी के अध्यक्ष एवं वसई विधायक हितेंद्र ठाकुर ने तीनों सीटों पर अपनी जीत का पक्का भरोसा जताया है। उन्होंने बताया कि पिछले 35 सालों से क्षेत्र में हमारी हुकूमत है। क्योंकि हम चुनाव हो कि नहीं हर वक्त जनता के बीच रहते है। हमने उनकी हर समस्या का समाधान किया है और आने वाले समय में भी हम प्रयास करते रहेंगे।
वसई - विरार क्षेत्र में बड़ी समस्या पानी की रही है। 1990 में जब हितेंद्र ठाकुर पहली बार विधायक चुने गए तो वसई की आबादी 1 लाख थी। उसके बाद शहर की बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए वे वसई की पानी की समस्या को हल करने की कोशिश करते रहे। उन्होंने समय-समय पर सरकार से विभिन्न योजनाओं और फंडों को मंजूरी देकर वसई की पानी की समस्या को हल करने को प्राथमिकता दी। वर्तमान में, वसई-विरार शहर नगर निगम ने वसई की जल आपूर्ति में सुधार के लिए राज्य के जल संसाधन विभाग को दहेरजी परियोजना के लिए 165 करोड़ और सुसारी जल आपूर्ति परियोजना के लिए 160 करोड़ रुपये जमा किए हैं। साथ ही खोलसापाड़ा 1 और खोलसापाड़ा 2 योजना को भी सरकार ने मंजूरी दे दी है। इन सभी योजनाओं की बदौलत हितेंद्र ठाकुर और विधायक क्षितिज ठाकुर के प्रयासों से वसई विरार क्षेत्र को प्रतिदिन 90 करोड़ लीटर पानी मिलेगा।
उन्होंने कहा कि रोजगार, उद्योग और व्यापार को बढ़ाने के लिए वह हमेशा प्रयासरत रहते हैं। शहर के भीतर यातायात में सुधार लाने और वसई-विरार को मुंबई से जोड़ने के लिए नायगांव और भाईंदर के बीच एक पुल का निर्माण, जिससे वाहन यात्रा में सुविधा होगी। इसके साथ ही ठाकुर लगातार यह मांग भी कर रहे हैं कि मेट्रो को विरार तक लाया जाए। वसई-विरार-नालासोपारा को जोड़ने वाली प्रस्तावित रिंग रोड को मंजूरी मिल गई है। उन्होंने शहर में 7 नए फ्लाईओवर, भविष्य के लिए रिंग रोड और मेट्रो की भी मांग की है। हितेंद्र और क्षितिज ठाकुर के प्रयासों से महाराष्ट्र सरकार ने कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं को मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा स्वीकृत इन परियोजनाओं से न केवल निवासियों का जीवन आसान होगा, बल्कि यह क्षेत्र आर्थिक और रणनीतिक दृष्टि से और भी महत्वपूर्ण बन जाएगा। इन परियोजनाओं में विरार से अलीबाग तक प्रस्तावित 136 किलोमीटर लंबी मेट्रो रेल लाइन शामिल है, जिसे महाराष्ट्र की सबसे लंबी मेट्रो परियोजनाओं में से एक माना जा रहा है। इस मेट्रो लाइन के साथ सड़क मार्ग का भी निर्माण किया जाएगा, जो इसे एक अनूठी मल्टी-मोडल परियोजना बनाएगा। इसके अलावा, जेएनपीटी-नायगांव मल्टी-मोडल कॉरिडोर को विरार तक बढ़ाया जाएगा, जिससे औद्योगिक परिवहन और कार्गो ट्रांसपोर्टेशन की क्षमता में बड़ा सुधार होगा। उन्होंने भाईंदर क्रीक पर एक ऊंचा मेट्रो कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव दिया है, जो न केवल क्षेत्र की मेट्रो कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा, बल्कि यात्रा को अधिक कुशल और सुगम बनाएगा। विधायक क्षितिज ठाकुर ने 2019-20 से 2024-25 तक पांच वर्षों की अवधि के दौरान नालासोपारा विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए 17 करोड़ 85 लाख रुपये की निधि का उपयोग किया है।
कोविड के दौरान क्षितिज ठाकुर ने अपनी पूरी विधायक निधि 1 करोड़ वसई विरार शहर नगर निगम को दे दी थी। इसके चलते बोलिंज में नगर पालिका के कोविड 19 बच्चों के अस्पताल के लिए 14 एनआईसीयू वेंटिलेटर खरीदे गए। नालासोपारा में विभिन्न विकास कार्यों में पाइप सीवर का निर्माण, नालियों का निर्माण, सड़कों का पक्कीकरण, पार्कों का विकास, सामुदायिक मंदिरों का निर्माण शामिल है और इन विभिन्न विकास कार्यों को वर्ष 2024-25 के लिए हाल ही में स्वीकृत कार्यों में शामिल किया गया है। नालासोपारा में आचोले में श्मशान का निर्माण, उर्दू स्कूल का नवीनीकरण, नालासोपारा पश्चिम में ओपन थिएटर का निर्माण, ग्राम पंचायत खारडी डोलिव की कंक्रीट सड़कों का निर्माण 44 लाख, विरार में संतनगर में मैदान का विकास पूर्व, वसंतनगरी में मैदान का विकास और कोशिम्बे में मैदान का विकास, बिरसामुंडा पाड़ा और भंडाराली में समाज मंदिर का निर्माण होने जा रहा है. इस विकास कार्य के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए मनोरंजन केंद्र स्थापित किये जायेंगे और इससे वरिष्ठ नागरिकों को लाभ होगा।
हितेंद्र ठाकुर ने कहा कि कामन और चिखंडोंगरी के सब स्टेशन से दूर होगी बिजली समस्या। उन्होंने यह भी बताया कि महावितरण को 1800 करोड़ रुपये दिए गए हैं और उन जगहों पर भूमिगत केबल बिछाने के लिए 187 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं जहां बारिश और हवा के कारण केबल टूटते हैं। इसलिए वसई विरार क्षेत्र की बिजली समस्याओं पर बड़े पैमाने पर काम करने से बिजली समस्या का समाधान करने में मदद मिलेगी। न केवल वसई-विरार क्षेत्र में, बल्कि पालघर जिले में दहानू लोकल लाइन पर भी वसई से रो-रो सेवा शुरू करके यात्रियों के समय और ईंधन की बचत करते हुए स्थानीय यात्रियों की संख्या बढ़ाने का प्रयास किया गया। भाईंदर वसई विरार शहर नगर निगम के माध्यम से नई इलेक्ट्रिक बसें शुरू की गई हैं। जल्द ही 100 नई इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। वरिष्ठ नागरिकों, गर्भवती महिलाओं, छात्रों और विकलांगों के लिए मेट्रो द्वारा विरार तक मुफ्त बस यात्रा जल्द ही शुरू होगी और शहर आधुनिकता की ओर एक नया कदम उठाएगा।