जयपुर (कार्यालय संवाददाता)। राजस्थान (Rajastan) कांग्रेस (Congress) के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) का दावा है कि भजनलाल सरकार (Bhajanlal Sarkar) में जल्द ही दिल्ली (Delhi) से कुछ पर्चियां आने वाली हैं। ये पर्चियां सरकार में बहुत कुछ बदलने वाली हैं। डोटासरा ने कहा कि दिसंबर से पहले कई मंत्रियों की पर्चियां बदलने वाली हैं। ऐसा ही संभव है कि सबसे बड़ी पर्ची भी बदल सकती है। उन्होंने यह भी दावा किया कि एक डिप्टी सीएम (प्रेमचंद बैरवा) की भी पर्ची आने वाली है।
जापान यात्रा से लौटने के बाद विवादों में आया डिप्टी सीएम का नाम ! जापान यात्रा से लौटने के बाद उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा
(Premchand Bairava) काफी चर्चा में हैं। उनके बेटे की रील वाला मुद्दा भी काफी उछाला गया। अब डोटासरा ने तो डिप्टी सीएम तक का नाम ले दिया। उन्होंने कहा, एक डिप्टी सीएम इन दिनों डरे डरे हुए से हैं। संभवतया उनकी पर्ची भी बदलने वाली है। डोटासरा का इशारा सरकार के कई मंत्रियों को बदले जाने की ओर था। प्रदेश भाजपा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि सरकार में क्या हो रहा है और कल क्या होने वाला है। यह सरकार के मुखिया और मंत्रियों को भी पता नहीं है।
कैबिनेट मंत्री को अपने नेतृत्व में विश्वास ही नहीं है
पीसीसी चीफ डोटासरा ने कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की ओर इशारा करते हुए कहा कि पर्ची सरकार में एक मंत्री ऐसे भी हैं जिन्हें अपने नेतृत्व में विश्वास ही नहीं है। वे चार महीने पहले मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं। बार बार यह कहते घूम रहे हैं कि मुख्यमंत्री जी इस्तीफा स्वीकार कर लो। इसके बावजूद मुख्यमंत्री खुद की कुर्सी बचाने के चक्कर में कोई निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। डोटासरा ने मुख्यमंत्री को सलाह दी कि वे जिंदा सांप गले में डाल कर क्यों घूम रहे हैं। जब मंत्री को अपने नेतृत्व में विश्वास ही नहीं है और वे सरकार से छुटकारा चाहते हैं तो उनका इस्तीफा स्वीकार क्यों नहीं कर रहे हो।
अफसरों को बना दिया फुटबॉल
डोटासरा ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में लगे अफसर अच्छा कार्य कर रहे थे लेकिन पर्ची सरकार ने अफसरों को फुटबॉल बना दिया है। पहले तो कई महीनों तक ट्रांसफर लिस्ट नहीं निकाली। अब एक के बाद एक ट्रांसफर लिस्ट जारी की जा रही है। इन ट्रांसफर लिस्ट में भी सरकार यह तय नहीं कर पा रही है कि किस अफसर को क्या जिम्मेदारी देनी है। उन्होंने कहा कि कई अफसर तो ऐसे हैं जिनका पांच ट्रांसफर लिस्ट में नाम आ चुका है। तीन ट्रांसफर लिस्ट में तो अनगिनत अफसरों के नाम है। कौन सा आईएएस कहां लगा हुआ है, पता ही नहीं चल रहा है। कई अधिकारी को सिर्फ अतिरिक्त चार्ज देख कर माथा पकड़े हुए बैठे हैं।
ट्रांसफर में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष की भी नहीं चलती
डोटासरा ने कहा कि ट्रांसफर लिस्ट कौन कैसे जारी कर रहा है। किसी को पता नहीं है। कई मंत्री ऐसे हैं जो अपने ही डिपार्टमेंट में लगने वाले अफसरों और कर्मचारियों को तय नहीं कर सकते। सारे ट्रांसफर ऊपर के आदेश से हो रहे हैं। डोटासरा ने कहा कि सबसे बड़ी हैरानी की बात तो यह है कि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष की भी ट्रांसफर में नहीं चल रही है। पिछले दिनों सिफारिश करके जिस अफसर का ट्रांसफर करवाया, राज्य सरकार ने कुछ ही दिन में उसे फिर हटा दिया।