Udaipur Neemuch Mata Ropeway - झीलों की नगरी उदयपुर में आज नीमज माता रोप-वे का उद्घाटन हुआ। इस रोप-वे का उद्घाटन असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने किया। इस अवसर पर उदयपुर के जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल, उदयपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जगदीश पालीवाल और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
नीमज माता मंदिर उदयपुर शहर के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर फतहसागर झील के पास स्थित पहाड़ी पर स्थित है। मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को काफी पैदल चलना पड़ता था, जिससे बुजुर्गों और दिव्यांगों को परेशानी होती थी। रोप-वे के शुरू होने से अब श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने में आसानी होगी। रोप-वे की कुल लंबाई 429.419 मीटर है। इसमें चार टॉवर और दो स्टेशन हैं। रोप-वे में 100 कैपेसिटी वाले 12 केबिन हैं। रोप-वे से मंदिर तक पहुंचने में तीन मिनट का समय लगता है।
राज्यपाल कटारिया ने कहा कि रोप-वे के शुरू होने से उदयपुर की पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। पर्यटक भी इस रोप-वे का आनंद ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि रोप-वे का निर्माण कार्य काफी कठिन था, लेकिन उसे सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। उन्होंने इस कार्य में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों की सराहना की।
नीमज माता रोप-वे के शुरू होने से श्रद्धालुओं और पर्यटकों को काफी सुविधा होगी। श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने के लिए अब पैदल चलने की आवश्यकता नहीं होगी। वे आसानी से रोप-वे से मंदिर तक पहुंच सकेंगे। पर्यटकों के लिए भी रोप-वे एक आकर्षण का केंद्र होगा। वे इस रोप-वे से उदयपुर की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकेंगे।