जोधपुर (कासं ) । जोधपुर (Jodhpur) के डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज (Dr. SN Medical College) के सभागार (Auditorium) में मंगलवार को दीक्षांत समारोह हुआ। यहां 396 स्टूडेंट्स (396 Students) को डिग्रियां (Degrees) दी गईं तो वहीं 75 साल (75 years) से अधिक उम्र के रिटायर्ड प्रोफेसर्स (Retired Professors) का सम्मान भी किया गया। मेडिकल कॉलेज के रिटायर्ड प्रिंसिपल डॉ अरविंद माथुर ने अपनी पत्नी की याद में पहली बार गोल्ड मेडल की शुरुआत की। पैथोलॉजी डिपामेंट में सर्वाधिक नंबर लाने वाली छात्रा को यह गोल्ड मेडल दिया गया। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ दिलीप कच्छावा ने बताया कि यहां 253 ल और 137 एमडी और एमएस के स्टूडेंट को डिग्रियां दी गई। इसके अलावा 6 सुपर स्पेशियलिटी में डीएम एमसीएच कर रहे स्टूडेंट्स को भी डिग्री दी जाएंगी। इस आयोजन के का लिए शिक्षक दिवस का दिन ही चुना गया जिससे कि स्टूडेंट और टीचर्स के बीच बॉन्ड बढ़ाया जा सके। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आरयूएचएस के वाइस चांसलर डॉ. सुधीर भंडारी और प्रो. वाइस चांसलर डॉ अमरजीत मेहता गेस्ट ऑफ ऑनर रहे। मेडिकल कॉलेज के दीक्षांत समारोह में पूर्व प्रिंसिपल | डॉक्टर अरविंद माथुर ने अपनी पत्नी की याद में पहली बार नवाचार करते हुए एक गोल्ड मेडल का प्रावधान भी रखा। आशा माथुर की याद में गोल्ड मेडल: मेडिकल कॉलेज के रिटायर्ड प्रिंसिपल डॉ अरविंद माथुर ने अपनी पत्नी आशा माथुर की याद में इस बार गोल्ड मेडल देने की घोषणा की थी। डॉ आशा माथुर इसी मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर थी। पैथोलॉजी का पहला गोल्ड मेडल कुमुद पाराशर को दिया गया।
17 वयोवृद्ध टीचर्स का भी सम्मानः कार्यक्रम में पहली बार 17 वयोवृद्ध टीचर्स का भी सम्मान किया गया। ऐसे टीचर्स जो की 75 साल से ज्यादा उम्र का पड़ाव पार कर चुके हैं उनका मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से सम्मान किया गया।