सूर्यनमस्कार की स्थिति

12 मुद्राएं जो आपके शरीर को लचीला, मजबूत और स्वस्थ बनाती हैं

Pratahkal    27-Sep-2023
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Surya Namaskar  
सूर्यनमस्कार (Surya Namaskar) एक योगासन (Yogasana) है जो 12 मुद्राओं (12 Poses) का एक अनुक्रम है। प्रत्येक मुद्रा शरीर के विभिन्न हिस्सों को लक्षित करती है और शरीर को लचीला (Flexible), मजबूत (Strong) और स्वस्थ (Healthy) बनाने में मदद करती है।
सूर्यनमस्कार की स्थिति निम्नलिखित हैं:
  1. प्रणाम: यह मुद्रा आभार और सम्मान को व्यक्त करती है। इसमें पैरों को कंधे-चौड़ाई की दूरी पर फैलाकर और हाथों को सिर पर रखकर खड़े होना शामिल है।
  2. हस्तउत्तान: यह मुद्रा शरीर को लचीला बनाने में मदद करती है। इसमें पैरों को कंधे-चौड़ाई की दूरी पर फैलाकर, हाथों को ऊपर उठाकर और पीठ को सीधा रखकर खड़े होना शामिल है।
  3. पादहस्तासन: यह मुद्रा शरीर को मजबूत बनाने में मदद करती है। इसमें हाथों और पैरों को एक साथ रखकर और शरीर को सीधा रखकर खड़े होना शामिल है।
  4. अष्टांग धनुरासन: यह मुद्रा शरीर को लचीला बनाने में मदद करती है। इसमें हाथों और पैरों को एक साथ रखकर और शरीर को धनुष की तरह झुकाकर खड़े होना शामिल है।
  5. अर्धचक्रासन: यह मुद्रा शरीर को मजबूत बनाने में मदद करती है। इसमें हाथों और पैरों को एक साथ रखकर और शरीर को अर्धचक्र की तरह झुकाकर खड़े होना शामिल है।
  6. हस्तपाद आसन: यह मुद्रा शरीर को लचीला बनाने में मदद करती है। इसमें हाथों और पैरों को एक साथ रखकर और शरीर को सीधा रखकर खड़े होना शामिल है।
  7. अष्टांग नमस्कार: यह मुद्रा शरीर को मजबूत बनाने में मदद करती है। इसमें हाथों और पैरों को एक साथ रखकर और शरीर को धनुष की तरह झुकाकर खड़े होना शामिल है।
  8. पादहस्तासन: यह मुद्रा शरीर को लचीला बनाने में मदद करती है। इसमें हाथों और पैरों को एक साथ रखकर और शरीर को सीधा रखकर खड़े होना शामिल है।
  9. हस्तउत्तान: यह मुद्रा शरीर को मजबूत बनाने में मदद करती है। इसमें पैरों को कंधे-चौड़ाई की दूरी पर फैलाकर, हाथों को ऊपर उठाकर और पीठ को सीधा रखकर खड़े होना शामिल है।
  10. प्रणाम: यह मुद्रा आभार और सम्मान को व्यक्त करती है। इसमें पैरों को कंधे-चौड़ाई की दूरी पर फैलाकर और हाथों को सिर पर रखकर खड़े होना शामिल है।
सूर्यनमस्कार करने के लिए, आपको इन मुद्रा को एक क्रम में करना होगा। प्रत्येक मुद्रा को कुछ सेकंड तक बनाए रखने की कोशिश करें। यदि आप शुरुआती हैं, तो आप प्रत्येक मुद्रा को 2-3 बार दोहरा सकते हैं। जैसे-जैसे आप अधिक अनुभवी होते जाते हैं, आप प्रत्येक मुद्रा को अधिक बार दोहरा सकते हैं।
सूर्यनमस्कार एक सुरक्षित और प्रभावी योगासन है जो सभी उम्र के लोगों के लिए उपयुक्त है। यह एक बेहतरीन तरीका है अपने शरीर को लचीला, मजबूत और स्वस्थ बनाने का।
सूर्यनमस्कार की स्थिति की कुछ महत्वपूर्ण बातें:
  • सही मुद्रा में खड़े हों। प्रत्येक मुद्रा में, अपने शरीर को सीधा रखें और अपने रीढ़ को सीधा रखें।
  • अपने श्वास पर ध्यान दें। प्रत्येक मुद्रा को करते समय, अपने श्वास को नियंत्रित करें।
  • धीरे-धीरे और धीरे-धीरे प्रत्येक मुद्रा में जाएं। जल्दबाजी न करें।
  • यदि आपको किसी मुद्रा में कोई दर्द या असुविधा महसूस होती है, तो उस मुद्रा को छोड़ दें।
सूर्यनमस्कार एक शक्तिशाली योगासन है जो आपके शरीर और मन को कई तरह से लाभ पहुंचा सकता है। आज ही सूर्यनमस्कार करने का अभ्यास शुरू करें और अपने स्वास्थ्य में सुधार देखें।