राजसमंद / नाथद्वारा ( प्रातः काल संवाददाता)। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) देव दर्शन यात्रा की शुरुआत शुक्रवार को राजसमंद (Rajasmand) के चारभुजा मंदिर से हुई। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने चारभुजा नाथ के मंदिर पहुंचकर ठाकुरजी की शृंगार भोग की झांकी के दर्शन किए। इससे पहले राजे का हेलीकॉप्टर मोयना चौराहा के समीप बनाए गए हेलीपेड पर उतरा। हेलीपेड पर सनातन वैदिक संस्थान के पंडित उमेश द्विवेदी ने वैदिक मंत्रोचार के साथ संक्षिप्त में पूजा अर्चना करवाई। उसके बाद काफिला मन्दिर पहुंचा जहा उन्होने ठाकुर जी चौखट पर माथा टेका और प्रदेश के खुशहाली की कामना की। पुजारी जोधराज सेवक, नाथूलाल गुर्जर, गोपाल गुर्जर ने ललाट पर चंदन लेपन किया और चरणामृत प्रदान किया। राजे ने ठाकुरजी के समक्ष बैठकर वैदिक मंत्रोचार के साथ पूजा की। उन्होंने मन्दिर की परिक्रमा की।
अगर हम राजनीति में है तो इसका मतलब यह नहीं हुआ कि हम भगवान के दर्शन अथवा पूजा अर्चना नहीं करें, मेरे साथ तो हमेशा प्रदेश की जनता का प्यार रहा है। इसमे कोई दौराय नहीं है। भाजपा की स्टार नेत्री व पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने निजी धार्मिक यात्रा पर नाथद्वारा आने पर कही। वे पुष्टिमार्गीय प्रधानपीठ पहुंची। राजेअपने निर्धारित समय से आधा घण्टा देरी से हेलीकाप्टर से मिराज हेलीपेड तथा वहां से विधायक दीप्ति माहेश्वरी, क्षत्रिय महासभा के लक्ष्मण सिंह झाला, पूर्व विधायक रणधीर सिंह भिंडर के साथ मोती महल चौक पहुंची जहां मन्दिर मण्डल सीईओ जितेंद्र ओझा, संपदा अधिकारी सुधांशु पांडे, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेंद्र पुरोहित, पूर्व प्रत्याशी महेश प्रताप सिंह चौहान, भाजपा के युवा नेता जितेंद्र सोमानी, केसर सिंह चुंडावत भाजपा नगर अध्यक्ष प्रदीप काबरा ने अगवानी की। राजे ने श्रीजी प्रभु की राजभोग झाँकी के दर्शन किये। दर्शन के उपरांत उनका सहायक अधिकारी अनिल सनाढ्य व तिलकायत सचिव लीलाधर पुरोहित, खवास कमल सनाढ्य ने रजाई फेंटा ओढ़ाकर समाधान किया। बैठक से नवनिर्मित बगीची में पहुंची जहां हुए निर्माण कार्य की मंदिर सीईओ ओझा से चर्चा की। तिलकायत से दूरभाष पर वार्ता कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
जब भी मां त्रिपुरा से मन से मांगा, आशीर्वाद फलीभूत हुआ : राजे
बांसवाड़ा (प्रातः काल संवाददाता)। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शक्तिपीठ त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में पूजा- अर्चना की। राजे दोपहर ढाई बजे मंदिर पहुंची, इस दौरान बड़ी संख्या में भाजपाई एवं ग्रामीण मौजूद रहे। मेवाड़ (Mewar), वागड़ (Wagar) के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से आये दावेदारों ने मुख्यमंत्री राजे से भेंट की। सभी राजे से बातचीत को लालायित थे लेकिन राजे ने घाटोल विधायक हरेन्द्र निनामा एवं गढ़ी विधायक कैलाश मीणा से ही चर्चा की। मंदिर परिसर से बाहर आने पर उनकी नजर जब घाटोल के पूंजीलाल गायरी पर पड़ी तो उनके पास गयी और मौजूद महिलाओं से चर्चा की। राजे ने पं. निकुंज मोहन पंड्या के आचार्यत्व में लगभग डेढ़ घंटे तक पूजा-अर्चना की। पंचाल समाज ने राजे का स्वागत किया। राजे ने कहा कि उन पर मां त्रिपुरा सुंदरी की विशेष कृपा रही है और जब भी उन्होंने मन से मां त्रिपुरा से कोई आशीर्वाद मांगा है तो वह फलीभूत हुआ है। जब भी कोई बड़ा काम करती हूं तो पहले मां के दरबार में आती हूं। इस अवसर पर परिवर्तन यात्रा संयोजक एवं पूर्व मंत्री चुन्नीलाल गरासिया, भाजपा जिलाध्यक्ष लाभचंद पटेल, पूर्व पालिकाध्यक्ष एवं जिला परिषद् सदस्य कृष्णा कटारा, तलवाड़ा प्रधान निर्मला मकवाना सहित अनेक लोग मौजूद रहे।