आचार्य महाश्रमण का नागरिक अभिनंदन समारोह कल

Pratahkal    16-Jun-2023
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Civil felicitation ceremony of Acharya Mahashraman tomorrow

मुंबई । तेरापंथ धर्मसंघ के अधिशास्ता आचार्य महाश्रमण (Acharya Mahashraman) साध्वी प्रमुखा विश्रुतविभा बहश्रुत परिषद के संयोजक मुख्य मुनि महावीर कुमार साध्वी वर्या संबुद्धयशा एवं धवलवाहिनी के साथ अणुव्रत यात्रा के रूप में मुंबई (Mumbai) के विभिन्न क्षेत्रों को पावन करते हुए गतिमान हैं।
 
मुंबई पदार्पण के अवसर पर आचार्य महाश्रमण के अभिनंदन समारोह का आयोजन 17 जून को नेस्को ग्राउंड में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, पालक मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, महानगरपालिका आयुक्त इकबाल सिंह चहल, पुलिस आयुक्त विवेक फणसलकर की उपस्थिति में होगा। आचार्य महाश्रमण प्रवास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष मदनलाल तातेड ने बताया कि ऐसा लग रहा है आचार्य महाष्टमी के आगमन से मायानगरी मुम्बई अध्यात्म नगरी बन गई है। कार्यक्रम संयोजक बी सी जैन के अनुसार राजस्थान के छोटे से गांव सरदारशहर में एक बालक ने जन्म लिया था, जिसे परिवार वालों ने पहचान दी मोहन के रूप में। बचपन से ही परिवार का धार्मिक प्रभाव उनके जीवन पर था और ये प्रभाव उनकी अंतर - उर्जा को जागृत करने लगा। आचार्य तुलसी के निर्देशन में मुनि सुमेरमल ने उन्हें दीक्षा प्रदान की और वे एक नए नाम के साथ जीवन के नए पथ पर गतिमान हुए।
 
मुख्य प्रबंधक मनोहरलाल गोखरू ने बताया कि आचार्य तुलसी और आचार्य महाप्रज्ञ ने उनकी असाधारण प्रतिभा को पहचाना ओर मुदित की प्रतिभा को नया आकार मिलने लगा। धर्मसंघ के विभिन्न दायित्वों का निर्वहन करते हुए आत्मकल्याण की राह पर अग्रसर होते हुए वे अग्रणी फिर निकाय सचिव युवाचार्य ओर आचार्य महाप्रज्ञ के देवलोक होने के बाद तेरापंथ के एकादशम अधिशास्ता बने। महामंत्री सुरेंद्र कोठारी के अनुसार उनके सुदृढ़ नेतृत्व में लगभग 800 साधु साध्वी आत्मकल्याण की राह पर अग्रसर हैं और तो पूरे विश्व मे लाखो अनुयायी उनके भक्त है। उन्होंने 2010 से अहिंसा यात्रा अणुव्रत यात्रा के रूप में लगभग 55000 किमी से अधिक की पदयात्रा की है। ये यात्रा 3 देश 23 राज्यो से होती हुई देश की आर्थिक राजधानी मुम्बई में प्रविष्ट हुई है। महामंत्री महेश बापना के अनुसार इन यात्रा का उद्देश्य किसी को जैन बनाना नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग के व्यक्तियों को नैतिकता, नशामुक्ति और सद्भावना की प्रेरणा देना है। कोषाध्यक्ष गौतम कोठारी ने बताया कि स्वागत समारोह में मुंबई महानगर के करीब 20000 लोग साक्षी बनेंगे। कुलदीप बैद के अनुसार "अणुव्रत यात्रा" के रूप में गतिमान धवल सेना का स्वागत रैली के माध्यम से किया जाएगा।