हिन्दू विरोधी कानूनों के खिलाफ जन आंदोलन की जरूरत : विष्णुशंकर जैन

24 Apr 2023 15:39:20
 
 Vishnushankar Jain

उदयपुर : सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के अधिवक्ता और काशी विश्वनाथ, मथुरा मंदिर मामले में हिन्दू पक्ष के पैरोकार विष्णु शंकर जैन (Vishnushankar Jain) का कहना है कि पूर्व की केन्द्र सरकार (Central government) द्वारा कई हिन्दू विरोधी कानून बनाए गए है, जिनमें उन्हीं सरकारो ने समय-समय पर नए परिवर्तन जोड़कर उन्हें ओर भी सख्त बना दिया, ऐसे कानूनो के विरोध में एक विशाल जन आंदोलन की जरूरत है ताकी इन कानूनों को समाप्त किया जा सके। वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा कि इन कानूनों के न्यायालय मे विधिक लड़ाई भी लड़ी जा रही है, लेकिन विशाल जन आंदोलन से सरकार जागेगी और इन कानूनों को खत्म करेंगी।
 
सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता और काशी विश्वनाथ, मथुरा मंदिर मामले में हिन्दू पक्ष के पैरोकार विष्णु शंकर जैन रविवार को एक पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर के मामले में ज्ञानवापी परिसर के सर्वे की कार्रवाई को विस्तार से बताते हुए कहा कि जिस क्षण वजू पोण्ड में उन्हें बाबा के दर्शन हुए। उन्होंने बताया कि इसी 25 तारीख को मामले में सुनवाई है। एडवोकेट जैन ने नरसिम्हा सरकार में बने प्लेसेज ऑफ वरशिप एक्ट 1991 और वक्फ एक्ट 1995 को हिन्दू (Hindu) विरोधी कानून बताया है। इन दो कानूनों से हिन्दू समाज के अधिकार छीन लिए गए। एक्ट के बाद देश में डिफेंस और रेलवे के बाद सर्वाधिक जमीनी वक्फ के पास है। उन्होंने कहा कि पूर्व की कांग्रेस सरकार ने 2013 में इन कानूनों में नए परिवर्तन कर दिए, जिसके बाद से ही लगातार वक्फ की जमीनें बढ़ी है, जिससे देश में अराजकता की स्थिति हो रही है। जैन ने कहा कि इस वक्फ कानून को यदि हटाया नहीं जा सकता तो उसमें सिर्फ यह जोड़ा जाए कि यह कानून गैर मुस्लिम (Muslim) पर लागू नहीं होगा। प्लेसेज ऑफ वरशिप पर उन्होंने इसे पूर्णतः समाप्त करने की मांग की है, लेकिन यदि ऐसा संभव नहीं होता तो यह कानून उन सम्पत्तियों पर लागू नहीं होना चाहिए जहां किसी पूर्व का निर्माण तोड़कर उस पर दूसरा निर्माण बना दिया गया है। जैन का तो कहना है कि इन दोनों कानूनों को पूर्णतय समाप्त कर देना चाहिए, जो केन्द्र सरकार के हाथ में है ।
  
वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा कि श्री कृष्ण जन्मभूमि (Shri Krishna Janmabhoomi) केस एक बहु संख्यक समाज से जुड़ा मामला है। उन्होंने कहा कि काशी के मामले में सात केस फाईल है। सारे केस मल्कियत के है, उन्होंने कहा कि हम जांच की मांग कर रहे है और दूसरे पक्ष को भी जांच में सहयोग करना चाहिए। जैन ने कहा कि जांच से यह स्पष्ट हो जाएगा कि यह मस्जिद मंदिर के ऊपर के बनी है या नहीं है। उन्होंन ज्ञान वापी मस्जिद को लेकर कहा कि इसकी वेस्टर्न वॉल बहुत ही महत्वपूर्ण है। यहां पर देवी का विग्रह का मंदिर है। यहां पर नागा शैली में बने चित्र है। यहां पर शिखर कटा हुआ है, यहां पर त्रिशूल, शंख, कैलेण्डर बने हुए है और संस्कृत में श्लोक लिखे हुए है। जैन का कहना है कि हिन्दू विरोध कानूनों को खत्म करने के लिए एक विशाल जन आंदोलन की जरूरत है। वक्फ एक्ट के खिलाफ 120 याचिकाएं देश भर में चल रही है। जैन ने जनसंख्या नियंत्रण और यूनिफॉर्म सिविल कोड को हिन्दू समाज के लिए नुकसानदेह बताते हुए कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून से देश में यंग क्राउड नही बचेगा। इस मौके पर सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल एनके सिंह ने कहा कि वर्ष 2013 में देश की संसद में हिन्दू विरोधी कानून में बदलाव किया जा रहा था तो उस दौरान क्या हिन्दू सांसद सो रहे थे। इस मौके पर राष्ट्र मंथन के रमन कुमार सूद ने इस संगठन के आगामी कामों को बताया ।
 
    
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