उदयपुर : शहर के समीप पालड़ी गांव में एक वृद्ध का शिकार करने वाला आदम खोर पैंथर (Panther) आखिरकार वन विभाग (Forest department) द्वारा लगाए गए पिंजरे में कैद हो ही गया।
पिंजरे (Cage) में कैद पैंथर को देखने के लिए सुबह गांव में सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। बाद में वन विभाग की टीम मौके पर आई और इस पैंथर को साथ लेकर गई। जानकारी के अनुसार पालड़ी गांव में 9 अप्रैल को खेत पर रखवाली कर रहे 70 साल के बुजुर्ग किसान फतहसिंह का तेंदुए ने शिकार किया था। बुजुर्ग को 100 मीटर तक घसीटते हुए झाड़ियों में ले गया। हमले में किसान की गर्दन टूट गई और पेट की आंतें बाहर निकल आई थीं। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। इसके बाद से ही पालड़ी में पांच स्थानों पर पिंजरे लगाए थे और अंदर बकरे बांधे थे।
इसके बाद भी पैंथर पकड़ में नही आ रहा था। इस पैंथर ने दो दिन पूर्व भी एक बछडे का शिकार किया था। आखिरकार पालड़ी गांव के पास खेतों में लग रहे एक पिंजरे में यह पैंथर पकड़ में आ ही गया। रात्रि को पिंजरे में बंधे बकरे के शिकार के लालच में यह पैंथर पिंजरे में घुसा और कैद हो गया। सुबह जब ग्रामीणों ने पैंथर की दहाड़ सुनी तो ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए और ग्रामीणो ने इस बारे में वन विभाग को बताया। इस पर मौके पर वन विभाग के अधिकारी आए ।
ग्रामीणों ने इस दौरान जमकर वीडियो बनाए और फोटो खींचे। वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और तेंदुए को पिंजरा सहित गाडी में लिफ्ट करके ले गई। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तेंदुए को दूर-दराज के जंगल में छोड़ा जाएगा, जहां आसपास आवादी क्षेत्र नहीं हो ।