नागपुर । महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra Assembly) के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर (Rahul Narwekar) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्हें सदन का सुचारू संचालन सुनिश्चित करते हुए अयोग्यता याचिकाओं पर सुनवाई करने के लिए अतिरिक्त समय की जरूरत होगी। राज्य विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक नागपुर (Nagpur) में आयोजित होने वाला है।
नार्वेकर ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे विधानसभा के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करने के साथ-साथ मेरे समक्ष लंबित अयोग्यता याचिकाओं की सुनवाई को पूरा करना होगा। ऐसा लगता है कि दोनों जिम्मेदारियों के साथ न्याय सुनिश्चित करने के लिए इस दौरान मुझे सुबह नौ बजे से रात 10 बजे तक काम करना होगा।” राहुल नार्वेकर पिछले साल शिवसेना (Shiv Sena) में विभाजन के बाद दोनों प्रतिद्वंद्वी गुटों द्वारा एक-दूसरे के विधायकों को अयोग्य ठहराने के अनुरोध वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रहे हैं।
नार्वेकर ने कहा कि वह बृहस्पतिवार को नागपुर के विधान भवन में ढाई घंटे तक याचिकाओं पर सुनवाई करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सुनवाई और सदन के सुचारू संचालन, दोनों पर ध्यान देना उनके लिए एक चुनौतीपूर्ण काम होगा। शिवसेना (यूबीटी) एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाले 40 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग कर रही है, जिन्होंने उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत की थी और जिसके कारण न केवल जून 2022 में महा विकास आघाड़ी (एमवीए) (MVA) सरकार गिर गई बल्कि 57 साल पुरानी पार्टी में विभाजन भी हुआ। शिंदे खेमे ने आरोप लगाया है कि जिन दस्तावेजों के आधार पर ठाकरे के नेतृत्व वाला समूह अपने प्रतिद्वंद्वी विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग कर रहा है, वे ‘‘फर्जी” हैं। उच्चतम न्यायालय ने विधानसभा अध्यक्ष से अयोग्यता याचिकाओं पर 31 दिसंबर तक फैसला लेने को कहा है।