जयपुर (कार्यालय संवाददाता)। विधानसभा चुनाव (vidhasabha election) में भाजपा (bjp) को हिंदी बेल्ट के तीनों राज्य राजस्थान (rajasthan), मध्य प्रदेश (madhya pradesh) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में बंपर जीत मिली। इसके बाद भाजपा ने तीनों राज्यों में पुराने चेहरों को छोड़कर नए कहां होगी वसुंधरा की चेहरों को मुख्यमंत्री सियासी सेटिंग? बनाकर सभी को चौंका दिया। लेकिन इसी बीच यह सवाल भी तैरना लगा कि अब पूर्व सीएम रहे भाजपा के तीनों दिग्गज नेता रमन सिंह, वसुंधरा राजे (vasundhara raje)और शिवराज सिंह (shivraj sinh) का क्या होगा। हालांकि पार्टी ने लगभग इसे लेकर रमन सिंह की भूमिका साफ कर दी है।
भाजपा ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की नई भूमिका निर्धारित करते हुए उन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाया है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो, शिवराज सिंह चौहान को भी दक्षिणी भारत के संगठन की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। लेकिन वसुंधरा राजे की अगली क्या भूमिका होगी? इससे अभी तक पर्दा नहीं उठ पाया है। सियासत में चर्चा है कि यदि भाजपा वसुंधरा राजे की अगली भूमिका तय करती हैं तो वह कौन से विकल्प हो सकते हैं? जिन पर भाजपा वसुंधरा को एडजस्ट कर सकती है।
1. केंद्र में मंत्री बनाने का रख सकती है विकल्प : भाजपा वसुंधरा राजे के सामने दूसरा विकल्प केंद्रीय मंत्री बनाने के तौर पर रख सकती है। 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में भाजपा उन्हें केंद्र में ले जाकर मंत्री बना सकती है। इसका भाजपा काफी समय से प्रयास भी कर रही है। भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाने के पीछे सियासी गलियारों में भी यही माना जा रहा था। भाजपा अब वसुंधरा को केंद्र की राजनीति में ले जाना चाहती है। ऐसे में भाजपा मुख्यमंत्री नहीं बनाने की स्थिति में उन्हें केंद्रीय मंत्री का विकल्प भी दे सकती है।
2. लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए कर सकते हैं राजी : मुख्यमंत्री नहीं बनने से नाराज वसुंधरा राजे को भाजपा एक मजबूत विकल्प लोकसभा अध्यक्ष का दे सकती है। अगले वर्ष लोकसभा चुनाव (loksabha election) होने हैं। साथ में वर्तमान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (om birla) का कार्यकाल भी पूरा हो जाएगा। ऐसी स्थिति में भाजपा महिला आरक्षण की बात करते हुए वसुंधरा राजे को लोकसभा अध्यक्ष पद की सौगात भी दे सकती है।
3. दुष्यंत को मंत्री बनाकर वसुंधरा को कर सकते हैं खुश : सियासी गलियारों में यह भी चर्चा है कि मुख्यमंत्री के नए चेहरे को लेकर वसुंधरा राजे ने अपने सांसद बेटे के भविष्य के कारण ही समझौता किया है। शायद राजनाथ सिंह ने उन्हें अपने बेटे राजनीतिक जीवन को सवारने के लिए ऑफर दिया हैं। क्योंकि वसुंधरा राजे यह जानती है कि उनके बाद उनका सांसद बेटा दुष्यंत ही उनकी विरासत को आगे लेकर जाएगा। इसलिए भाजपा वसुंधरा राजे के बेटे को केंद्र में मंत्री बनाए जाने के साथ उन्हें संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देकर एडजस्ट कर सकती है।