यूपी में ओबीसी महाकुंभ का प्लान

जातिगत जनगणना : भाजपा ने ताकत दिखाने की कर ली तैयारी

Pratahkal    09-Nov-2023
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yogi 
 
लखनऊ (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश (Utter Pradesh) में लोकसभा चुनाव (loksabha election) को लेकर पार्टियों की तैयारी शुरू हो गई है। प्रदेश में भाजपा (bjp) की मुख्य प्रतिद्वंदी पार्टी सपा है, जिसने पीडीए- पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक के अपने नए नारे के साथ चुनावी ताल ठोक दी है। सपा ने इसके जरिए अपने परंपरागत वोटबैंक को और मजबूत करने का प्रयास किया है। इसके अलावा इस दिशा में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का एक और कदम बेहद महत्वपूर्ण है और जिसने भाजपा की नींद उड़ा दी है, वह है- जाति जनजनगणना (census) का मुद्दा ।
 
भाजपा का ओबीसी प्लान
 
हालांकि, अब भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने इससे भी निपटने को लेकर बड़ा कदम उठाया है। साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा विपक्ष की जातीय जनगणना के वार की काट तलाशने में जुट गई है। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में भाजपा ओबीसी मोर्चा की बैठक में तय किया गया कि दिसंबर से ओबीसी (OBC) के जातीय सम्मेलन कराए जाएंगे। इसके लिए हर जिले में अलग टीम बनाई जा रही है। इस टीम का एक प्रभारी बनाया जाएगा। इसके साथ ही हर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव में उतारने के लिए भाजपा 500 ओबीसी कार्यकर्ता तैयार कर रही है। यह टीम जल्दी ही हर विधानसभा क्षेत्र में तैयार हो जाएगी।
युवाओं पर फोकस, 2 लाख की टीम तैयार होगी
 
भाजपा का ओबीसी मोर्चा युवाओं पर फोकस कर काम करने जुटा हुआ है। इसके लिए यूपी की सभी 403 विधानसभा (vidhansabha) पर 10 पिछड़े समाज के 500 कार्यकर्ता तैयार किए गए हैं। इन्हें लोकसभा चुनाव से पहले ओबीसी योद्धा के रूप में उतारा जाएगा। दरअसल भाजपा ने विपक्ष के जातीय जनगणना के दांव को फेल करने के लिए ओबीसी पर फोकस करना शुरू कर दिया है। वह 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले ओबीसी को अपने पक्ष में करने में किसी भी तरह से पीछे नहीं रहना चाहती है। भाजपा ओबीसी की सभी जातियों में काम करेगी। इसके लिए वह अलग-अलग जातियों के जातीय सम्मेलन करने की योजना बना रही है। इन सम्मेलनों में मौर्य, शाक्य, सैनी, कुशवाहा, प्रजापति, कुर्मी, यादव और अलग- फिर प्रदेश स्तर पर आयोजित कराया जाएगा। इसी महीने इन अलग जातियों के सम्मेलन होंगे। इन्हें पहले जिला स्तर पर और सम्मेलनों का पूरा प्लान तैयार हो जाएगा। भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप के मुताबिक इन टोलियों के जरिए पिछड़ा वर्ग के सक्रिय कार्यकर्ता और नेता तैयार किए जाएंगे, जा लोकसभा चुनाव तक पूरे प्रचार की कमान भी संभालेंगे। ये कार्यकर्ता ऐसे होंगे, जिन्हें ट्रेनिंग देकर सरकार के कामकाज के बारे में बताया जाएगा। मोर्चे का लक्ष्य है कि 2 लाख से ज्यादा ओबीसी कार्यकर्ता तैयार किए जाएं।