प्रातः काल संवाददाता जयपुर। राजस्थान में बर्फीली हवाओं का प्रभाव बढ़ने लगा है। जयपुर, बीकानेर, जोधपुर और भरतपुर संभाग के कई जिलों के तापमान में 3 डिग्री तक गिरावट रही है। इससे ठंड अपने तेवर दिखाने लगी है। ठिठुरन - गलन अचानक से बढ गई है। जयपुर, अलवर, बाड़मेर समेत 12 शहरों में शुक्रवार को सीजन का सबसे कम तापमान दर्ज किया गया। हिल स्टेशन माउंट आबू के बाद मैदानी एरिया फतेहपुर में पहली बार न्यूनतम तापमान जीरो डिग्री पर पहुंच गया है। इससे यहां बर्फ की परतें जम गईं।
इसके अलावा शेखावाटी के सीकर, चूरू पिलानी के साथ ही हनुमानगढ़, करौली, अलवर, नागौर में भी आज तापमान 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि सर्द हवाओं का असर आने वाले एक-दो दिन और बना रहेगा, जिससे कुछ अन्य शहरों के तापमान में भी मामूली गिरावट देखने को मिल सकती है।
पहाड़ों के बाद मैदानों में भी जमने लगी बर्फ
दिसंबर के शुरूआत में माउंट आबू में तापमान शून्य पर गया था, जिसके कारण वहां मैदान, पेड़-पौधों की पत्तियों, वाहनों घरों की छतों समेत कई जगहों पर ओस की बूंदें बर्फ में तब्दील हो गई थी। यही स्थिति अब सीकर के फतेहपुर में हो गई। यहां न्यूनतम तापमान शून्य तक पहुंचते ही खेतों में खड़ी फसलों की पत्तियों पर ओस की बूंदें जम गई। साथ ही रातभर चली सर्द हवाओं से ठिठुरन और गलन बढ़ गई। यहां सुबह-शाम अब लोगों के हाथ- पांव सुन्न होने लगे हैं। सर्दी की यही स्थिति चूरू, सीकर और झुंझुनूं में रही। यहां भी आज न्यूनतम तापमान में गिरावट हुई। बफीर्ली हवाएं चलने से सर्दी बढ़ गई है। हालांकि दिन में यहां धूप निकलने से लोगों को सर्दी से राहत भी मिली। चूरू में बीती रात का न्यूनतम तापमान 1.3 डिग्री दर्ज हुआ।