उदयपुर : नगर निगम की अतिक्रमण समिति की बैठक में बुधवार को कई मुद्दे उठे । इसमें समिति अध्यक्ष छोगालाल भोई ने पूछा कि पूर्व आयुक्त द्वारा अतिक्रमण हटाने के दौरान 20 सफाईकर्मियों को भेजने के आदेश के बाद भी सफाईकर्मी नहीं आए तो समिति ने क्या कार्यवाही की । साथ ही कहा कि सिटी स्टेशन के (City station)सामने जिन 9 लोगों को अतिक्रमण का नोटिस दे रखा था उन पर क्या कार्यवाही हुई। इस पर अधिकारियों ने बताया कि सफाई कर्मी नहीं आए तो इस बारे में आयुक्त को पत्र लिखा जाएगा और वे ही कार्यवाही करेंगे। इसके साथ ही अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
निगम की अतिक्रमण निरोधक समिति अध्यक्ष छोगालाल भोई के नेतृत्व में समिति की बैठक हुई। समिति अध्यक्ष भोई ने पूछा कि 12 फरवरी को रेलवे स्टेशन के सामने सड़क पर अस्थाई अतिक्रमण हटाने को लेकर कार्यवाही की थी, जिसमें पूर्व आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ ने नगर निगम की स्वास्थ्य शाखा से 20 कर्मचारी उपलब्ध करवाने के लिए कहा था। आयुक्त के आदेश के बाद भी कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे, जिससे आवश्यक कार्रवाई ढंग से कार्यवाही नहीं हो पाई। इस पर सभी समिति सदस्यों ने रोष प्रकट करते हुए इस पर जानकारी मांगी गई। सभी ने कहा कि इस पर अधिकारियों से क्या कार्यवाही की। अधिकारियों ने कहा कि हम आयुक्त को पत्र लिखेंगे और कार्यवाही तो आयुक्त ही कर सकते है । साथ ही समिति सदस्यों ने सिटी रेलवे स्टेशन (City Railway Station) के सामने कई समय अतिक्रमियों द्वारा सड़क पर पुराने कबाड़ के समान की दुकानें लगा कर मार्ग को सकड़ा किया गया है। निगम द्वारा पूर्व में 9 अतिक्रमी को नोटिस दिया था, लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। निगम द्वारा पूर्व में हटाए गए अतिक्रमण पर तोप माता मंदिर के पास जहा मिट्टी हटाई गई थी वहा जल्द ही पक्की रोड का निर्माण करवाया जाए, जिसके संबंध में भोई ने निगम एससी मुकेश पुजारी से भी फोन पर बात की।
बैठक में मुद्दा आया कि सिटी स्टेशन के सामने डिवाईडर से 65 फीट नापकर सड़क बनानी थी, जो अभी तक नहीं बनी और वहां पर लोगों ने फिर से अतिक्रमण कर लिया। उस पर कार्यवाही क्यों नहीं हो पा रही है। बैठक में समिति सदस्य रेखा उंटवाल ने कलक्टर बंगले के पास लगातार बढ़ रहे ठेले को लेकर कहा कि लाइसेंस वाले ठेला संचालकों को छोड़कर अन्य ठेला संचालकों को हटाया जाए। समिति सदस्य कुलदीप जोशी द्वारा गुलाब बाग टैक्सी स्टैंड से दूध तलाई मार्ग तक किए गए अस्थाई ठेलो को अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने का प्रस्ताव दिया गया, जिस पर जिला परियोजना अधिकारी को स्ट्रीट वेंडर पॉलिसी अंतर्गत नियमानुसार कार्यवाही करने के लिए कहा गया है। समिति अध्यक्ष छोगालाल भाई ने कहा की कोर्ट के सामने नगर निगम द्वारा अतिक्रमण को हटाया गया एवं वहां सड़क का निर्माण कर दिया गया है, जो वर्तमान में किसी के उपयोग में नही आ रही है और न ही वहा से वाहनों का आवागमन हो रहा है। जिससे आमजनता को हटाए अतिक्रमण से कोई फायदा नहीं हो रहा है इसलिए सड़क की पुनः तकनीकी जांच करवाकर सड़क को चौड़ा किया जाए, जिससे उस स्थान को केवल पार्किंग के उपयोग हेतु नहीं लिया जा सके। समिति सदस्य वेणीराम सालवी ने बताया कि मांझी की सराय के बाहर गन्ने के रस वालों ने ठेले लगा रखा है जबकि वहां पर यात्रियों के बैठने को लेकर भी समुचित व्यवस्था नहीं है। अतः वहां पर लगाए ठेले को व्यवस्थित करवा कर यात्रियों के बैठने हेतु नगर निगम द्वारा बेंच लगाई जाए।
इस मौके पर छोगालाल भोई ने कहा कि चंपालाल धर्मशाला के पास में पथवारी के वहां पर लोगों ने सड़क पर ठेले लगाकर अतिक्रमण कर रखा है उसे हटाना चाहिए। पार्षद वेणीराम सालवी ने कहा कि ठोकर से प्रतापनगर तक की सड़क की नपती करवाकर जहां पर दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है, वहां पर बस स्टेण्ड बनाया जाए। साथ ही कहा कि वनवासी सेवा परिषद द्वारा निगम को दी 24 हजार स्क्वायर फीट पर एक व्यक्ति स्कूल चला रहा है उसे क्यों नहीं हटाया जा रहा है। बैठक में देवेंद्र साहू, भंवर सिंह देवड़ा भी उपस्थित रहे।