जेटली बोले- यह सच नहीं
लंदन/नई दिल्ली। भारत से फरार अरबपति व्यापारी विजय माल्या ने कहा है कि भारत छोडऩे से पहले उन्होंने मामला सुलझाने के लिए वित्त मंत्री से मुलाकात की थी। वेस्टमिंस्टर में प्रत्यर्पण की सुनवाई के बाद माल्या ने कोर्ट के बाहर यह बयान दिया। इस मामले में सफाई देते हुए अरूण जेटली ने कहा कि माल्या का दावा तथ्यात्मक रूप से गलत है।
माल्या ने कहा, भारत छोडऩे से पहले मामले के निपटारे के लिए मैं वित्त मंत्री से मिला था। मैंने बैंकों के साथ मामला सुलझाने के लिए दोबारा ऑफर भी दिया था। बैंकों ने निपटारे के प्रस्ताव वाली मेरी चि_ियों पर आपत्ति दर्ज की थी।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए वित्त मंत्री जेटली ने फेसबुक पर लिखा, माल्या का दावा तथ्यात्मक रूप से गलत है। 2014 से अब तक मैंने कभी भी उन्हें मुलाकात के लिए वक्त नहीं दिया। ऐसे में मेरी उनसे मुलाकात का प्रश्न ही नहीं उठता है।
जेटली ने आगे लिखा, राज्यसभा सदस्य होने के नाते एक मौके पर माल्या ने अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल करते हुए मुलाकात की कोशिश की थी। एक दिन सदन से मैं अपने कक्ष की तरफ जा रहा था तभी माल्या तेजी से मेरी तरफ बढ़े और कहा- मैं सेटलमेंट का ऑफर कर रहा हूं। सेटलमेंट के उनके झूठे वादों के बारे में मैं पहले ही सुन चुका था (शेष पेज 10 पर)