नई दिल्ली। इंडोनेशिया में हाल में संपन्न हुए 18वें एशियाई खेलों में कुश्ती में स्वर्ण पदक जीतने वाली विनेश फोगाट ने ओलंपिक की तैयारी के लिए भारतीय कोच को अपर्याप्त बताते हुए विदेशी कोच की जरूरत पर बल दिया है।
भारतीय खेल प्राधिकरण की ओर से आयोजित एक सम्मान समारोह से इतर विनेश ने कहा, भारतीय कोच अच्छे परिणाम दे रहे हैं लेकिन ओलंपिक जैसे मंच पर जहां मुकाबलों का स्तर काफी ऊंचा होता है, हमें विदेशी कोच की जरूरत है जो प्रत्येक दिन की योजना बनाने के साथ तकनीक के अलावा तेजी, ताकत और क्षमता जैसे खेल के हर पहलू पर भी चर्चा करे। भारतीय एथलीट जहां एक ओर 2020 में टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों की तैयारी कर रहे हैं इस बीच विनेश का यह बयान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
गौरतलब है कि 2016 के रियो ओलंपिक खेलों के पहले राउंड में ही चोटिल होने के बाद विनेश बाहर हो गयीं थीं। टोक्यो ओलंपिक के लिए विनेश पदक की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। विनेश ने इस वर्ष राष्ट्रमंडल खेलों के अलावा एशियाई खेलों में भी स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा है।
विनेश ने कहा, Þहंगरी के वॉलर एको ने एशियाई खेलों से पहले मेरी काफी मदद की। उनकी सिखाई गयी तकनीक जकार्ता में मेरे काम आई। मुझे लगता है कि ओलंपिक में पदक जीतने के लिए मुझे वॉलर जैसे व्यक्तिगत कोच की मदद की जरुरत होगी।
एशियन चैंपियन विनेश ने कहा, एशियाई खेलों से पहले मैं हंगरी गयी और अपनी कमियों पर काम किया। स्पैनिश ग्रैंड प्रिक्स में स्वर्ण पदक हासिल करना हंगरी में मिले प्रशिक्षण का ही नतीजा है। यदि मुझे अगले दो वर्षों तक हंगरी जैसा ही प्रशिक्षण मिलता है तो मैं निश्चित तौर पर ओलंपिक में पदक जीतूंगी।
विनेश ने कहा, कई बार कठोर प्रशिक्षण सत्र के बाद मैंने कुश्ती छोडऩे के बारे में भी सोचा लेकिन मैं उन लोगों को निराश नहीं करना चाहती थी जिन्हें मेरी काबिलियत पर विश्वास था। इसलिए मैंने पूरी दृढ़ता और उत्साह के साथ अपना प्रशिक्षण जारी रखा।
विनेश इस समय 20 अक्टूबर से बुडापेस्ट में शुरू होने वाली विश्व चैंपियनशिप की तैयारी में जुटी हुयीं हैं। विनेश ने कहा, मैं बुडापेस्ट में अपना पहला स्वर्ण पदक जीतना चाहूंगी और इस सत्र का शानदार तरीके से अंत करना चाहती हूं। यह मेरा सबसे बड़ा लक्ष्य है।